अपनी ईज ऑफ डुइंग बिजनस रैंकिंग की नये सिरे से गणना करेगा विश्व बैंक
वॉशिंगटन, 14 जनवरी (एजेंसी): विश्व बैंक की लोकप्रिय ईज ऑफ डुइंग बिजनस (ईओडीबी) रैंकिंग की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों को और बल मिल गया है। विश्व बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री पॉल रोमर ने कहा है कि कारोबार में प्रतिस्पर्धा के बारे में राष्ट्रीय रैंकिंग की नए सिरे से गणना की जाएगी। कम.से.कम चार वर्षों की रैंकिंग की नए सिरे से गणना होगी। दरअसल, कारोबार सुगमता रैंकिंग की विश्वनीयता को लेकर सवाल उठ रहे थे और कहा जा रहा था कि यह पूरी तरह सही नहीं है। रोमर की इस घोषणा के बाद ईज ऑफ डुइंग बिजनस रिपोर्ट की विश्वसनीयता को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल से साक्षात्कार में रोमर ने यह घोषणा की। यही नहीं रोमर ने चिली से व्यक्तिगत रूप से माफी भी मांगी है। चिली की रैंकिंग 2014 के 34 से फिसलकर 2017 में 57 पर पहुंच गई। रोमर ने कहा, ‘मैं चिली से व्यक्तिगत रूप से माफी मांगता हूं। साथ ही किसी भी अन्य देश से माफी चाहता हूं जहां हमने गलत धारणा बना दी है।’ रोमर की पिछले चार साल की ईज ऑफ डुइंग बिजनस रैंकिंग की नए सिरे से गणना की घोषणा का भारत पर बड़ा असर पड़ सकता है। भारत की रैंकिंग 2014 के 140 से उछलकर 2018 में 100 पर पहुंच गई। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के साथ जो समस्या हैए वह मेरी गलती है क्योंकि हम चीजों को अधिक स्पष्ट नहीं कर पाए।