थोक महंगाई में राहत, 3 महीने के निचले स्तर पर

नई दिल्ली, 15 जनवरी (वार्ता): दालों, तिलहनों, आलू और मोटे अनाजों की कीमतों में नरमी से दिसम्बर में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति की दर घटकर 3.58 प्रतिशत पर आ गई, जो तीन महीने का इसका निचला स्तर है। इससे पहले नवम्बर 2017 में थोक महंगाई 3.93 प्रतिशत और अक्तूबर में 3.68 प्रतिशत पर रही थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा आज यहां जारी आंकड़ों के अनुसार, दिसम्बर 2016 की तुलना में दिसम्बर 2017 में खाद्य पदार्थों के वर्ग में दालें 34.60 प्रतिशत, गेहूं 8.47 प्रतिशत, आलू 8.40 प्रतिशत, मोटे अनाज तीन प्रतिशत और तिलहन 0.62 प्रतिशत सस्ते हुए हैं। वहीं, प्याज 197.05 फीसदी, सब्जियां 56.46 फीसदी और फल 11.99 फीसदी महंगे हुए हैं। दूध की थोक महंगाई दर 3.85 प्रतिशत रही। खाद्य पदार्थ वर्ग की ओवरऑल महंगाई दर नवम्बर के 6.06 प्रतिशत से घटकर दिसम्बर में 4.72 प्रतिशत पर आ गई। ईंधन एवं बिजली वर्ग की थोक महंगाई दर नवम्बर के 8.82 प्रतिशत से बढ़कर दिसंबर में 9.16 प्रतिशत पर पहुंच गई। दिसम्बर 2016 की तुलना में रसोई गैस के दाम 21.14 प्रतिशत, डीज़ल के 12.68 प्रतिशत और पैट्रोल के 8.80 प्रतिशत बढ़े हैं। 
विनिर्मित उत्पादों की महंगाई दर 2.61 प्रतिशत पर स्थिर रही थी। इस श्रेणी में बेसिक धातुएं एक साल पहले की तुलना में 10.03 प्रतिशत, तंबाकू उत्पाद 6.51 प्रतिशत, इस्पात 6.19 प्रतिशत, परिधान 4.83 प्रतिशत और कागज तथा उसके उत्पाद 3.50 प्रतिशत महंगे हुए हैं। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में अप्रैल से दिसम्बर तक थोक महंगाई की औसत दर 2.21 प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह दर 3.71 प्रतिशत रही थी।