अटारी बार्डर पर झंडे की रस्म पर भारत-पाकिस्तान की परेड का दिखेगा नज़ारा


जालन्धर, 16 जनवरी (एम.एस. लोहिया) : अटारी बार्डर पर होने वाली झंडे की रस्म को देखने के लिए जैसे भारतीय नागरिकों में उत्साह होता है, उसी तरह पाकिस्तान नागरिकों में भी यह नज़ारा देखने का उत्साह होता है। इस रस्म के दौरान दोनो देशों के दर्शक जोशीले नागरिकों के साथ अपने सैनिकों की हौसला बढ़ाया करते हैं। परन्तु यह दर्शक दूसरे देश में इस रस्म के दौरान चल रहे समारोह को नहीं देख सकते और इसका आनंद नहीं ले सकते। इस नज़ारे को दोनों देशों के नागरिक गर्व महसूस कर सकें इसके लिए दोनों देशों के अधिकारियों में बातचीत चल रही है। इस सम्बन्धी सीमा सुरक्षा बल के आई.जी. मुकुल गोयल ने जानकारी दी कि उनकी पाकिस्तानी रेंजर्स अधिकारियों के साथ बात हुई है।  
उन्होंने बताया कि जल्द ही इस संबंधी फैसला लिया जाएगा कि मौजूदा गेटों को हटा कर दोबारा निर्माण करवाया जाए ताकि दोनों देशों के दर्शकों के बैठने के लिए ऐसे प्रबन्ध किए जाएं ताकि दोनों के दर्शक अपने देश के जवानों के साथ दूसरी तरफ के जवानों द्वारा निभाई जा रही झण्डे की रस्म का भी पूरा आनंद ले सकें। उन्होंने कहा कि इस बारे में भी विचार किया जा रहा है कि दर्शकों में जोशीले नारे किस हद तक लगाए जाएंगे, ताकि जो झण्डे की रस्म दौरान माहौल खुशगवार बना रहे। आई.जी. गोयल ने कहा कि वह महिला कर्मचारियों को उत्साहित करने के लिए झण्डे के रस्म दौरान उनकी भूमिका को बढ़ाने के बारे में विचार कर रहे हैं।
279 किलो हैरोइन बरामद : पंजाब फ्रंटीयर के आई.जी. मुकुल गोयल ने बी.एस.एफ. की वर्ष 2017 के दौरान हुई प्राप्तियों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस वर्ष जवानों ने बार्डर पर चौकसी में वृद्धि की है, जिसके उद्देश्य द्वारा पाकिस्तान से तस्करी के रास्ते आने वाली 279 किलो हैरोइन बरामद की गई है। इसके साथ ही 23 हथियारों, 30 पाकिस्तानी नागरिक और 5 बंगलादेशी नागरिक काबू किए गए हैं। इनमें से 21 पाकिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तानी रेंजर्स के हवाले किया गया है। उन्होंने बताया कि घुसपैठ करने वाले 7 व्यक्ति बी.एस.एफ. के जवानों के साथ हुए मुकाबले दौरान मारे गए हैं। आई.जी. गोयल ने बताया कि सीमा सुरक्षा के साथ-साथ बी.एस.एफ. के जवान ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में उपलब्धियां हासिल की हैं। इसलिए वर्ष 2017 में 2 पद्मश्री और 17 अर्जुन अवार्ड प्राप्त हुए हैं।
अफगानिस्तान से आते हैं नशीले पदार्थ :
श्री गोयल ने कहा कि उनकी पाकिस्तानी रेंजर्स अधिकारियों के साथ हुई बैठक के दौरान बरामद हुए नशीले पदार्थों के आंकड़ों के बारे में विचार हुआ है। इस विचार दौरान पता लगा है कि पाकिस्तान से आने वाले नशीले पदार्थ अफगानिस्तान से भारी संख्या में पाकिस्तान में आ रहे हैं। इस मुकाबले भारत में होने वाली नशीले पदार्थों की तस्करी बहुत कम संख्या में है। उन्होंने कहा कि बेशक बार्डर को पूरी तरह सील नहीं किया जा सकता और बी.एस.एफ. के जवानों के साथ कुछ काली भेड़ें भी हैं। परन्तु फिर भी उनके द्वारा प्रयास किया जा रहा है कि चौकसी में वृद्धि की जाए। इसलिए अत्याधुनिक सुविधाओं वाले टावर बनाए जा रहे हैं, पुरानी फैंसिंग को बदला जा रहा रहा है ताकि जो पैदल की बजाय गाड़ी से गश्त की जा सके।