सीतारमण ने भरी सुखोई में उड़ान

नई दिल्ली/ जोधपुर, 17 जनवरी (वार्ता) : नौसेना के विमानवाहक पोत आई.एन.एस. विक्रमादित्य में नौसेना की मारक क्षमता का जायज़ा लेने के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वायु सेना के लड़ाकू बेड़े के प्रमुख विमान सुखोई में उड़ान भर वायु सेना की ताकत को परखा। वायु सेना के अनुसार सीतारमण ने आज दोपहर जोधपुर वायु सेना स्टेशन से लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई में उड़ान भरी। 30 मिनट की अपनी उड़ान को सीतारमण ने ‘शानदार’ बताया। उड़ान भरने के समय उन्होंने पायलट द्वारा पहना जाने वाला जी सूट पहना हुआ था। उड़ान से पहले पायलट ने कॉकपिट में उन्हें सुखोई की कार्य प्रणालियों तथा उड़ान से संबंधित अन्य जानकारी दी। लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली वह देश की पहली महिला रक्षा मंत्री हैं। रक्षा मंत्री की यह उड़ान तीनों सेनाओं की सैन्य संचालन तैयारियों और लड़ाकू क्षमता की समीक्षा की योजनाओं का हिस्सा है। देश की पहली पूर्ण रक्षा मंत्री के तौर पर मंत्रालय की  ज़िम्मेदारी सम्भालने के बाद से ही सीतारमण ने तीनों सेनाओं की तैयारियों और ज़रूरतों का जायज़ा लेने के लिए अग्रिम मोर्चों तथा अन्य सैन्य ठिकानों का दौरा कर रही हैं।  सुखोई-30 एमकेआई  दो सीट वाला भारतीय वायुसेना का अग्रिम पंक्ति का लड़ाकू विमान है और यह पिछले 15 वर्ष से अधिक समय से वायु सेना के बेड़े की शान बढ़ा रहा है। सुखोई-30, 2600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 3000 कि.मी. की दूरी तक जाकर मार कर सकता है। सुखोई-30 से एक साथ 12 बम या प्रक्षेपास्त्र दागे जा सकते हैं। विमान में 30 एमएम की एक तोप भी लगी है।