वेरका मिल्क प्लांट को नकली दूध सप्लाई करने का पर्दाफाश

संगरूर, 19 जनवरी (सत्यम्) : वेरका मिल्क प्लांट में नकली दूध भेजे जाने के मामले की गंभीरता देखते पुलिस तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा नकली दूध बनाने वाले चार अड्डों पर छापेमारी कर बड़ी मात्रा में सामान सहित चार व्यक्ति गिरफ्तार किए हैं। ज़िला पुलिस कप्तान स. मनदीप सिंह सिद्ध ने बताया कि नज़दीकी गांव रूपाहेड़ी में चार अड्डों पर छापेमारी कर प्रितपाल सिंह सन्नी, गुरदीप सिंह, राजिन्द्र सिंह तथा अमरीक सिंह नाम के व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। डी.एस.पी. (डी) श्री सुखदेव सिंह बराड़, सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज विजय कुमार तथा थाना सदर प्रमुख दविन्द्र सिंह पर आधारित पुलिस टीम ने स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से रिफाईंड तेल, सूखा पाऊडर, खाली ड्रम तथा अन्य सामान सहित चार गाड़ियां भी बरामद करने का दावा किया है। स्वास्थ्य विभाग के सहायक कमिश्नर फूड कुलविन्द्र गर्ग तथा खुराक सुरक्षा अधिकारी संदीप सिंह संधू ने मौके पर पहुंचकर सामान के सैंपल भी हासिल किए। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों ने माना है कि उन्होंने वेरका मिल्क प्लांट संगरूर को दूध भेजने का ठेका लिया हुआ था।  वह असली दूध में नकली दूध मिलाकर वेरका मिल्क प्लांट को भेजे देते थे। उन्होंने माना कि प्रति दिन 6 हज़ार लीटर दूध वेरका मिल्क प्लांट को सप्लाई किया जाता था। इस संबंधी ‘अजीत समाचार’ की टीम ने जब स्थानीय वेरका मिल्क प्लांट के जनरल मैनेजर राकेश कुमार से बातचीत की गई तो पहले उन्होंने गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के दावे को खारिज कर दिया परंतु बाद में मिल्क प्लांट के ट्रांस्पोर्ट अधिकारी से पता किया तो उसने जनरल मैनेजर को बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियाें तहत वेरका मिल्क प्लांट को दूध सप्लाई होता रहा है। जनरल मैनेजर ने दावा किया है कि मिल्क प्लांट में असली दूध ही लिया जाता है जबकि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति मिलावटी दूध भेजने की बात मान रहे हैं। जनरल मैनेजर राकेश कुमार ने चारों व्यक्तियों के टैंडर तुरंत रद्द करने के आदेश देने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा राशि भी जब्त कर लेने के लिए आदेश जारी कर दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस मामले के खुद की निष्पक्ष जांच करवाएंगे।