बीमारी आने न दे पास लैमन ग्रास

लैमन ग्रास एक ऐसी हर्ब है जिसका संबंध ‘पोसिए’ घास कुल से होता है। इसमें से नींबू जैसी महक आती है और नींबू जैसा इसका स्वाद भी होता है। यह एक ऐसी लंबी घास होती है जो एशिया महाद्वीप के कई देशों और भारत में पायी जाती है। इसका पौधा सख्त होता है। जिसकी मोटी शाखाएं और मजबूत तना होता है, जिसकी लंबाई लगभग 3 मीटर तक होती है। लैमन ग्रास का इस्तेमाल पाक विधि में होता है और इसके औषधीय महत्व को देखते हुए इसकी काफी मांग रहती है। यह एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी माइक्रोबायल गुणों के कारण दक्षिण पूर्व एशिया, अफ्रीका और अमरीका में खूब इस्तेमाल होता है। इस घास की लगभग 55 प्रजातियां होती हैं। जिनमें दो प्रजातियों को लैमन ग्रास कहा जाता है। इनका इस्तेमाल सुगंध के लिए किया जाता है। इसमें विटामिन-ए, विटामिन-बी-1, बी-2, बी-3, बी-5, बी-6, फोलेट और विटामिन-सी के अलावा पोटाशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, कॉपर, जिंक, आयरन, मैगनीज जैसे तत्व पाये जाते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जिसके कारण इसका औषधीय महत्व है। इसमें नींबू जैसी महक आने के साथ-साथ इसमें से रस भी निकलता है।
लैमन ग्रास टी पीने के फायदे- लैमन ग्रास टी सेहत के लिए फायदेमंद मानी गई है। ताजी सूखी लैमन ग्रास आज बाजार में आसानी से मिल जाती है। इसके टी बैग्स भी मिलते हैं। दिन में इसके दो कप का सेवन स्वास्थ्य में सुधार करता है। लैमन ग्रास कॉलेस्ट्रोल कम करती है, यह कॉलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने के साथ-साथ ब्लड प्रैशर को नियंत्रित करती है। यह रक्त शिराओं में लिपिड बनने से रोकती है और रक्त धमनियों में रक्त के प्रवाह को तेज करती है। यह शरीर को डीटोक्सीफाइ करती है। लैमन ग्रास टी पीने से शरीर डीटॉक्स होता है और शरीर से विषैले पदार्थ पेशाब से बाहर निकलते हैं।  यह शरीर में यूरिक एसिड बनने से रोकती है और पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करने में सहायक होती है। इससे किडनी, लिवर, ब्लैडर और पेनक्रियाज की भी सफाई होती है।
कैंसर से बचाव- लैमन ग्रास शरीर की सामान्य कोशिकाओं पर बुरा प्रभाव डाले बिना कई तरह के कैंसर से बचाव करती है। विभिन्न अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं का खात्मा करते हैं।
पाचन में मदद करे- यह गैसट्रिक अल्सर से बचाव के साथ-साथ पाचनक्रिया को दुरुस्त करती है। कब्ज, अल्सर, डायरिया और अपच, पेट फूलना, पेट दर्द और मतली आने से बचाती है।
अनिद्रा दूर करे- लैमन ग्रास हमारी मांसपेशियों तथा नब्ज को शांत करती हैं जिससे हमें अच्छी नींद आती है।
सर्दी जुकाम दूर करे- यह एंटी बैक्टीरियल और एंटी फगंल गुणों से भरपूर होती है। इसकी चाय कफ, बुखार और जुकाम के लक्षणों से राहत दिलाती है। इसमें मौजूद विटामिन-सी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।
इंफेक्शन से बचाव- लैमन ग्रास एंटी सेप्टिक का काम करता है, यह यूरेनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, एथलीट फुट, रिंग वार्म से होने वाले संक्रमण से बचाव करता है। इसके अलावा यीस्ट से होने वाले इंफेक्शन में भी फायदेमंद होता है। टाइप-3 डायबिटीज में इससे लाभ होता है। विभिन्न अध्ययनों से ज्ञात हुआ है लैमन ग्रास में सिट्रिक की मौजूदगी से टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होती है। यह शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करती है और रक्त में ग्लूकोज के स्तर को बढ़ने से रोकती है।
त्वचा को लाभ- लैमन ग्रास एक स्किन टॉनिक भी है और यह चेहरे के कील-मुहांसों के ऑयल को साफ  करके त्वचा को निखारती है। इसकी एस्ट्रीजेंट और एंटी सेप्टिक क्वालिटी त्वचा के तंतुओं को टोनअप करती है।
नयी मां के लिए गुणकारी- स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए लैमन ग्रास बहुत फायदेमंद होती है। यह दूध बढ़ाने में सहायक होती है और नवजात को संक्रमण से बचाती है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर
-डॉ.माजिद अलीम