शुभमन के गांव जैमल वाला में शादी जैसा माहौल

फाजिल्का, 31 जनवरी(प्रदीप कुमार): अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप के सैमीफाइनल में पाकिस्तान को पराजित फाइनल में पहुंची टीम इंडिया के खिलाड़ी फाजिल्का निवासी शुभमन गिल के पैतृक गांव जैमल वाला में शादी जैसा माहौल बना हुआ है। शुभमन गिल के घर जब ‘अजीत समाचार’ की टीम पहुंची तो घर में रह रहे उसके बुजुर्ग दादा दादी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। दादा दीदार सिंह ने कहा कि जो हमारे पोते ने देश के लिए कर दिखाया है, उसकी उन्हें बेहद खुशी है। जिससे वह शब्दों से ब्यां नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि पोते की इस कामयाबी ने हमें काफी सम्मान दिलाया है। उन्होंने कहा कि हम सरहद पर पाकिस्तान से सिर्फ दस किलोमीटर दूर बैठे हैं, मगर जिस तरह हमारे पोते ने पड़ोसी देश् को टक्कर देते हुए सबक सिखलाया है। उससे यह बात साफ हो गई है कि भारत को कोई पराजित नहीं कर सकता। बेशक वह कोई भी क्षेत्र हो। उन्होंने कहा कि शुभमन को अढ़ाई साल की आयु में ही खेलने का शौक था। शुभमन को स्टार बनाने के लिए मेरे लड़के लखविन्द्र सिंह गिल ने कड़ा परिश्रम किया है। दादा दीदार सिंह ने बताया कि अपने लड़के लखविन्द्र सिंह को अपने पोते शुभमन के चांव पूरे करने के लिए सब कुछ दिया। बेशक खेती का धंधा अब लाभदायक नहीं रहा। मगर हमने अपने बच्चे का हर चांव पूरा करने के लिए दिन रात एक किया है। उन्हाेेंने बताया कि शुभमन के पिता अनुसार हजारों डिब्बे गेंदों के शुभमन ने अब तक तोड़े हैं। इस मुकाम पर पहुंचने के लिए जो कुर्बानी मेरे लड़के लखविन्द्र सिंह, बहू और पोते शुभमन ने की है, भगवान ने उसे हमारी झोली में डाल दिया है। उन्हाेंने कहा कि करीब 15 साल से हमारा लड़का हमारे पोते को इस मुकाम पर पहुंचाने के लिए दिन रात एक कर रहा है। शुभमन की दादी गुरमेल कौर ने भावुक होते हुए भगवान का शुक्रिया करते कहा कि जिस तरह से हमारे पोते ने देश, पंजाब व हमारे गांव का नाम रोशन किया है, वाहेगुरू हरेक के बेटे को ऐसा मान दे। उन्होंने शुभमन के बचपन के पल सांझे करते कहा कि शुभमन भागां वाला है, जिसने अपनी पड़दादी मां की बनी गेंदों को पीटा और अब विदेशों की धरती पर विरोधियों की गेंदों को पीट रहा है। इस मौके पर शुभमन के फूफा करनजीत सिंह ग्रेवाल ने भी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे बच्चे पर आज पूरा देश मान कर रहा है। जो हमारे लिए सम्मान की बात है।