विकास कार्यों में जुवाबदेही निश्चित करेंगे : नवजोत सिद्ध

जालन्धर, 4 फरवरी (मेजर सिंह) : स्थानीय सरकारों के बारे में मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्धू ने पत्रकारों को जानकारी दी कि केन्द्र सरकार द्वारा राज्य के विभिन्न शहरों के सीवरेज़ के रुके कार्य को पूरा करने के लिए 1540 करोड़ रुपए की राशि जारी कर दी है। सभी शहरों के सीवरेज़ का कार्य मुकम्मल करने में तेज़ी लाई जाएगी। विकास कार्यों में पारदर्शिता व जुवाबदेही के लिए कई पक्षों पर कार्य किया जा रहा है। विकास कार्यों की क्वालटी चैक करने के लिए अब सरकारी अधिकारी नहीं, बल्कि यूनिवर्सिटियों में इंजीनियर बन रहे निपुण नौजवान लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ऐसे नौजवान इंजीनियरों का चुनाव में सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा व उनका चुनाव यूनिवर्सिटियों द्वारा ही किया जाएगा। ऐसे आज़ाद नौजवान इंजीनियरों की विकास कार्यों की क्वालटी चैक अधिक भरोसायोग्य होगी। उन्होंने बताया कि सीवरेज पर सफाई सबसे अधिक प्राथमिक मामले हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक कार्य के बारे जगह पर बोर्ड लगेगा, जिसपर शुरू से मुकम्मल करने की तिथि दर्ज होगी व कार्य करने वाली कम्पनी के विवरण व फोन लिखे होंगे। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वार्ड में सफाई करवाने व देख-भाल के लिए 4-4, 5-5 अधिकारियों की जिम्मेवारी लगाई गई है। प्रत्येक कौंसलर उनकी निगरानी करेगा और कौंसलरों को मोहल्ला कमेटियां सक्रिय करने की जिम्मेवारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह कमेटियां स्माल ऑडिट (लोक पूछताछ) का कार्य करेंगी। एक प्रश्न के उत्तर में स. सिद्धू ने बताया कि उनके द्वारा सरकारी अधिकारियों को चार्जशीट करने के बारे में प्रवानगी प्रसोनल विभाग द्वारा नहीं आई। कहा कि सभी निगमों पर कमेटियों का ऑडिट नामक कम्पनी ग्रैड थोपटस को दिया गया है।पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान श्री सुनील जाखड़ ने सप्ताह पहले पंजाब के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि तलवंडी साबो के नज़दीक निजी कम्पनी के ताप बिजली प्लांट के साथ पिछली अकाली भाजपा सरकार के समय हुए बिजली खरीद समझौते और बाद में दर्रें बढ़ाए जाने के मामलों की उच्च स्तरीय जांच कारवाई जाए। 
वर्णनीय है कि इस्तीफा देने के कुछ दिन पहले जालन्धर के पत्रकारों के साथ बातचीत करते बिजली मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने कहा था कि अभी तक उनको निजी कम्पनियों के साथ हुए समझौते में किसी गड़बड़ी का पता नहीं लगा है। राणा के इस्तीफे के बाद प्रदेश के प्रधान निजी बिजली प्लांट कम्पनियों के साथ हुए समझौते की जांच की तरफ सरगरम हो गए हैं। विधानसभा चुनावों से पहले भी श्री जाखड़ ने यह मुद्दा बहुत ज़ोर से उठाया था। श्री जाखड़ ने पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान पत्र लिखे जाने की जानकारी देते बताया कि तलवंडी साबो बिजली प्लांट लगाने वाली कम्पनी की बोली में शामिल होने वाली शर्तें भी पूरी नहीं थी करती और स्ट्रलाईट कम्पनी को चोर दरवाजे से अंदर दाखिल करने के लिए उनकी अन्य कम्पनी की बैलेंसशीट दिखा कर बोली में शामिल किया गया। पत्र में उन्होंने किए गए समझौते और बाद में बार-बार बिजली के बदले भाव का मामला भी उठाया है। इन पत्र में मांग की है कि पहले निजी कम्पनी को गफ्फे देने वाले समझौते रद्द करके नई बिजली दर्रें निश्चित करने के बारे में नए सिरे से बातचीत की जाए।बठिंडा की रिफाइनरी में 21 हज़ार करोड़ रुपए की लागत के साथ लगाए जा रहे पैट्रो कैमीकल प्लांट की उसारी के लिए रेत बजरी के ट्रकों पर ‘गुंडा टैक्स’ उग्राहे जाने की रिपोर्टों के बारे में पूछे प्रश्नों के उत्तर में उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ऐसी कार्रवाई की किसी भी कीमत पर ढील नहीं देगी। उन्होंने कहा कि इस मामले को तुरन्त देखने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को अपील की। श्री जाखड़ ने कहा कि कैप्टन सरकार ने सत्ता में आते ही उद्योगपतियों व व्यापारियों को ब्लैकमेल करके ऊंची दर्रों पर माल ढोने वाले ट्रक यूनियनों का पहले ही भोग डाल दिया है। उन्होंने कहा कि अकाली शासन के समय के कुछ ठेकेदार रिफाइनरी में कार्य कर रहे हैं। ऐसे लोग भी गलत अफवाहें उड़ाने के लिए आतिशबाजी छोड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि केवल ठेकेदारों के कहने पर ही विश्वास नहीं किया जा सकता। उन्होंने विश्वास दिया कि सारे मामले की जांच करेंगे व गलत कार्य करने वाले को माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि रेत-बज़री की दर्रें कम होनी शुरू हो गई हैं। उन्होंने कहा कि माफिया समाप्त करने के लिए अभी और समय लग सकता है। ज्यादा भार ढोने वाले ट्रकों को बंद किए जाने के बारे में उन्होंने सख्ती का भरोसा दिया।
पत्रकार सम्मेलन मौके पर लोक सभा सदस्य संतोख सिंह चौधरी, मेयर जगदीश राजा, सीनियर डिप्टी मेयर श्रीमती सुरिन्द्र कौर, डिप्टी मेयर हरसिमरनजीत सिंह बंटी, विधायक स. प्रगट सिंह, श्री सुशील रिंकू व राजेन्द्र बेरी, स. जगबीर सिंह बराड़, विक्रमजीत सिंह चौधरी, बलदेव सिंह लाडी शेरोवालिया आदि नेता भी उपस्थित थे।