कर्ज़ा मुक्ति संघर्ष7 किसान संगठनों द्वारा 16 ज़िलों में सड़कें जाम

चंडीगढ़, 7 फरवरी (गुरसेवक सिंह सोहल): 7 किसान संगठनों के आह्वान पर कर्ज़ा   मुक्ति संघर्ष को तेज़ करते हुए आज किसानों द्वारा राज्य के 16 ज़िलों में 36 स्थानों पर सड़कें जाम की गईं। किसानों द्वारा यह संघर्ष 2 घंटे जारी रखा गया। भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्राहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरी कलां ने बताया कि ज़िला संगरूर में सुनाम, दिड़बा, लहरागागा, मालेरकोटला, बडरूखां, भोगीवाल व भवानीगढ़, पटियाला में पटियाला चौक व समाना चौक, बठिंडा में माइसर खाना व लहरा मुहब्बत, मोगा में माछीके व गिल कलां, बरनाला में पक्खो कैंचियां, बडबर व संघेड़ा, लुधियाना में रायकोट, फाज़िल्का में मोहण के हिठाड़, फिरोज़पुर में जोगेवाला, फेरोके, मिश्रीवाला व गिल (मुदकी), फरीदकोट में कोटकपूरा, मानसा में बुढलाडा, ख्याला व झुनीर, तरनतारन में भिखीवंड चौक व फतेहाबाद, अमृतसर में कुकड़ांवाला व पैड़ेवाल, गुरदासपुर खास, मंजियांवाली व भालो, जालन्धर में ताशपुर चौक व समराय, कपूरथला में मुंडी मोड़ व ज़िला मुक्तसर में गिद्दड़़बाहा व 36 स्थानों पर हज़ारों किसानों व मज़दूर महिलाओं ने सड़क जाम करके धरना दिया। इसके अलावा राजपुरा (फाज़िल्का) व तलवंडी मंगे खां (फिरोज़पुर) में 3 दर्जन से अधिक किसान नेताओं/वर्करों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बाकी खदेड़ दिए। अलग-अलग स्थानों पर किसानों को सम्बोधित करते हुए प्रवक्ताओं जोगिन्द्र सिंह उग्राहां, बूटा सिंह (भाकियू डकौदां), निर्भय सिंह (किरती किसान यूनियन), गुरदीप सिंह (क्रांतिकारी किसान यूनियन), कंवलप्रीत सिंह पन्नू (भाकियू क्रांतिकारी) शामिल थे। प्रवक्ताओं ने मांग की कि कज़र् वापस करने से असमर्थ किसानों व मज़दूरों का कर्ज़ा   माफ किया जाए, कर्ज़ा  के बदले दस्तखत या अंगूठे वाले खाली चैक, प्रोनोट, अष्टाम वापस किये जाएं व कुर्कियां व नीलामियां बंद की जाएं। खुदकुशी पीड़ित किसान मज़दूर परिवारों को 10-10 लाख रुपये, 1-1 सरकारी नौकरी व समूची कर्ज़ा   माफी की राहत दी जाए। पढ़े-लिखे व अनपढ़ सारे ग्रामीण बेरोज़गारों को पक्का रोज़गार तुरन्त दिया जाए, उससे पूर्व रोज़गार योग्य बेरोज़गारी भत्ता दिया जाए। ठेका आधारित कृषि के द्वारा ज़मीनों पर कम्पनियों के कब्ज़े करवाने वाला कानून रद्द किया जाए। मोटरों पर मीटर लगाने का फैसला व बिजली दरों में की गई वृद्धि रद्द की जाए। आवारा पशुओं व कुत्तों का पक्का बंदोबस्त किया जाए।
संगठन ने पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तारियों व केस दर्ज करने की निंदा की व बिना शरत रिहाती सहित केस रद्द करने की मांग  की और कज़र्ा मुक्ति संघष4 को और तेज़ करते हुए पंजाब बजट सत्र के पहले दिन से अलग-अलग ज़िलों में 13 ऐतिहासिक स्थानों पर पंजाब विधानसभा की ओर जत्था मार्च करने का ऐलान किया।