2017 में सड़क हादसों में बची 799 लोगों की जान

जालन्धर, 11 फरवरी : पंजाब में 32 स्थानों पर आटोमैटिड ट्राइविंग ट्रैक पर टैस्ट देने के बाद ड्राइविंग लाईसैंस जारी होने और ट्रैफिक पुलिस की चौकसी के कारण राज्य में वर्ष 2017 में सड़क हादसों में 799 लोगों की कीमती जानें बच गई हैं। प्रत्येक वर्ष पंजाब में ही सड़क हादसों में लोग अपनी कीमती जानें गवा लेते हैं, जिसका एक कारण गलत ड्राइविंग के अतिरिक्त बिना प्रशिक्षण के गाड़ियां चलाना, ओवरलोड गाड़ियों का सड़क पर चलाना है। पंजाब रोड सेफ्टी कमेटी के कन्वीनर मनमोहन लूथरा इसका खुलासा करते बताते हैं कि वर्ष 2016 के मुकाबले वर्ष 2017 में बचाव के कारण 799 लोगों की कीमती जानें बची हैं। शिरोमणि अकाली दल-भाजपा सरकार के कार्यकाल में ड्राइविंग ट्रैक बनाने के बारे में कई सवाल उठाए गए थे व ड्राईविंग का टैस्ट देने के बाद ही लोगों को लाईसैंस जारी होने के बाद ही सड़क हादसों की संख्या कम होने लगी है। सड़कों पर होते हादसों की संख्या कम करने के लिए पंजाब के साथ-साथ केन्द्र सरकार भी लगातार प्रयास करने जा रही है परन्तु इससे पहले केन्द्र कार्रवाई शुरू करे बल्कि आर.टी.ए. कार्यालय, ड्राइविंग ट्रैक व उनके कथित एजेंटों पर नकेल डालना जरूरी है जो हज़ारों रुपए लेकर ड्राईविंग लाईसैंस बनाने का आश्वासन देते हैं। हज़ारों रुपए लेकर यह लोग चोर रास्ते जरिए लाईसैंस नहीं बल्कि मौत बांटने का लाईसैंस दिलाने का कार्य करते हैं। केन्द्र भी जल्द ही नकली या अन्य नाम से लाईसैंस तैयार करवाने की हर सम्भावना को समाप्त करने जा रहा है। इस बारे में वह सुप्रीम कोर्ट में जानकारी दे चुका है। इस समय पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों में सारथी-4 सॉफ्टवेयर में लाईसैंस बनाने का कार्य चल रहा है व जब पूरे देश में यह सॉफ्टवेयर लागू हो जाएगा तो किसी भी राज्य में नकली या अन्य नाम से ड्राइविंग लाईसैंस नहीं बनवाए जा सकेंगे। यदि सड़क हादसों की संख्या में कमी आई है तो इसमें राष्ट्रीय मार्गों पर शराब पीकर गाड़ियां चलाने वालों पर की गई सख्ती शामिल है परन्तु ओवरलोड टिप्पर व अन्य ओवरलोड गाड़ियों के साथ हादसे होने का खतरा अभी खतरा बना हुआ है। पंजाब ट्रक आप्रेटर यूनियन पंजाब के प्रधान का कहना था कि दूसरे राज्यों में ओवरलोड गाड़ियों को टोल प्लाजा वाले पहले गाड़ियों का लोड कम करवाते हैं व बाद में गाड़ी प्लाजा से गुज़रने देते हैं परन्तु पंजाब में इसके विपरीत ओवरलोड की ज्यादा पर्ची काट कर गाड़ी आगे जाने देते हैं तो इससे अंदाज़ा लगाना कठिन नहीं ओवरलोड गाड़ियां निकालने के लिए कौन ज़िम्मेवार है कि पंजाब के टोल प्लाजा के लिए शेष देश के टोल प्लाजा के अलग नियम हैं।