गैंगस्टर रवि द्योल को अदालत ने ज्यूडीशियल हिरासत में भेजा

संगरूर, 11 फरवरी (सत्यम्) : आठ दिनों के पुलिस रिमांड के बाद आज पुलिस द्वारा गैंगस्टर रविचरन सिंह उर्फ रवि दयोल को माननीय जज जगवीर सिंह मैंहदीरत्ता की अदालत में पेश किया गया। छुट्टी का दिन होने कारण अदालत काम्पलैक्स में पूरी तरह सन्नाटा छाया हुआ था, परंतु मीडिया दयोल की आमद कारण सुबह से ही सतर्क था। पिछली तारीखों की तरह इस बार पुलिस कर रवैया दयोल को लेकर बदला-बदला नजर आ रहा था। पुलिस ने हर मुमकिन कोशिश की कि दयोल को मीडिया से दूर रखा जाए तथा इसके मद्देनज़र दयोल को अदालत के पिछले गेट तहत पेश किया गया, पंरतु जब मीडिया पिछली साईड पहुंचा तो चुपचाप उसको मुख्य गेट से पुलिस गाड़ियों में लेकर चली गई। रवि दयोल के वकील अश्विनी चौधरी ने बताया कि दयोल को 23 फरवरी तक ज्यूडीशियल रिमांड में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक और मामले जिसमें पुलिस द्वारा दयोल को भगौड़ा करार दिया हुआ है संबंधी 17 फरवरी को उसको दोबारा पेश किया जाएगा। बाकी 7 मामलों में उसका ज्यूडीशियल रिमांड रहेगा। चौधरी ने बताया कि पुलिस ने दो दिन का और पुलिस रिमांड मांगा था परंतु उनकी दलीलों से सहमत होते अदालत ने पुलिस रिमांड और देने से इंकार कर दिया। पुलिस रिमांड दौरान दयाले से कोई हथियार बरामद न होने की बात करते चौधरी ने कहा कि पुलिस को रिमांड दौरान केवल एक कार बरामद हुई है जिसमें वह घूमता रहा है। रिमांड दौरान पुलिस रवि दयोल को पटियाला, चंडीगढ़ आदि ले जाने की चर्चा करते एडवोकेट चौधरी ने कहा कि उनकी जानकारी अनुसार उसको बंबई नहीं ले जाया गया जिसका दावा पुलिस आठ दिनों का रिमांड लेने समय कर रही थी। एडवोकेट चौधरी ने दोबारा दोहराया कि उनके कलाईंट पर किसी प्रकार का कोई संगीन आरेप नहीं है तथा ज्यादातर मामलों में उसके साथ और व्यक्ति बरी भी हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह पुलिस रिमांड दौरान रवि दयोल को दो बार मिले हैं तथा उसने पुलिस से भगौड़ा होने का कारण मस्तुआणा साहिब में पढ़ाई दौरान होते लड़ाई-झगड़ों में सियासी सहायता मिलने की बदौलत वह पुलिस के पास पेश नहीं हुआ था, जिस कारण वह भगौड़ा करार दे दिया गया था।