डॉ. साधु सिंह हमदर्द ने समाज के लिए जो अच्छा करने का सपना लिया, उसे साकार किया : डॉ. हमदर्द

कपूरथला, 16 फरवरी : पंजाब की जवानी को विरासत, संस्कृति तथा पंजाबी जीवन से जोड़ने और पंजाब, पंजाबी व पंजाबियत की ज्योति को सदैव जागृत रखने के साथ-साथ भ्रूण हत्या विरुद्ध समाज को जागृत करने के उद्देश्य से पंजाबी सभ्याचारक पिड़ पंजाब (रजि:) की ओर से स्थानीय विरसा विहार में 21वां हमदर्द विरासती मेला आयोजित किया गया, जोकि अमिट यादें छोड़ते हुए धूमधाम से सम्पन्न हुआ, जिसमें राज्य के विख्यात कलाकार कंठ कलेर को मेले में विशेष तौर पर पहुंच अजीत प्रकाशन समूह के मुख्य संपादक डॉ. बरजिन्दर सिंह हमदर्द की ओर से वर्ष 2018 के हमदर्द अवार्ड से सम्मानित कर गायक कंठ कलेर को सोने का कैंठा व शॉल भेंट किया। उनके अतिरिक्त कार्यक्रम में पिड़ के वरिष्ठ सदस्य एस.एस. दूहड़े सेवानिवृत्त कर व आबकारी कमिश्नर, बी.के. विरदी कर व आबकारी कमिश्नर जालंधर ने चांदी की तूंबी, श्रीमती दूहड़े व श्रीमती विर्दी की ओर से सम्मान पत्र, श्रीमती जगमोहन कौर सोढी की ओर से कलाकार कंठ कलेर को मेले की निशानी दे सम्मानित किया गया। मेले दौरान डॉ. बरजिन्दर सिंह हमदर्द ने उभरती गायिका बलजिंदर कौर रिम्पी तथा राखी हुंदल को पंजाबी गायकी के क्षेत्र में अच्छे योगदान के लिए विशेष सम्मान भी दिया गया। मेले में पंजाबन मुटियार के मुकाबले में हरजीत कौर गुरु कांशी यूनिवर्सिटी तलवंडी साबो (बठिंडा) ने पंजाबन मुटियार का खिताब जीता, जबकि किरण कौर गुरु नानक कॉलेज बुढलाडा दूसरे, मुदितादीप जी.सी.टी. कॉलेज लुधियाना तीसरे स्थान पर रही। पंजाबन मुटियार का खिताब जीतने वाली मुटियार को पिड़ के सदस्यों की ओर से सोने की सग्गी तथा अन्य सम्मान दे सम्मानित किया गया। इससे पूर्व कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. बरजिन्दर सिंह हमदर्द ने पंजाबी सभ्याचारक पिड़ पंजाब की ओर से मेले के मुख्य प्रबंधक बिक्रमजीत बिक्की तथा उनके साथियों की ओर से धैर्य दिली व सच्ची-सुच्ची भावनाओं को लेकर 21वां विरासती मेला करवाए जाने के प्रयासों की भरपूर प्रशंसा की और उन्हाेंने पिड़ के समूह सदस्यों तथा मेले में अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले समूह कलाकारों को शुभकामनाएं दीं। भ्रूण हत्या संबंधी लोगों को जागरूक करते हुए डा. हमदर्द ने कहा कि बेटी समाज का गहना है और यह दुनिया का एक शृंगार है तथा बेटी का समाज में होना शुभ शगुन है, जिसके लिए हमें भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक कुरीतियों को नकारते हुए अपनी बच्चियों को समाज में विचरने के अधिक से अधिक मौके देने चाहिएं ताकि वह खुले माहौल में अपनी साफ-सुथरी भावनाओं को लेकर अपना जीवन गुजर कर सकें। उन्हाेंने कहा कि वह डा. साधु सिंह हमदर्द जी के जीवन से बहुत प्रभावित हैं, क्याेंकि उन्हाेंने एक छोटे किसान परिवार से अपना जीवन शुरू कर अपने परिवार की स्थापति के साथ-साथ देश की आज़ादी तथा पंजाब, पंजाबी व पंजाबियत का ध्वज अपने जीवन में बुलंद रखा। उनकी ओर से सख्त मेहनत व लगन के साथ अपने जीवन में शुरू किया गया ‘अजीत’ इस समय बुलंदियों को छू रहा है। उन्हाेंने कहा कि डा. साधु सिंह हमदर्द ने अपने समाज में जो कुछ भी अच्छा करने का स्वप्न लिया, उसे अपने जीवन में साकार किया। डॉ. हमदर्द ने कहा कि राजनीति को भी उन्हाेंने अच्छे रास्ते पर चलाने के लिए दिशा प्रदान की। उनका मानना था कि यदि राज्य की राजनीति साफ-सुथरी होगी तो समाज का अक्स भी बढ़िया बनेगा। ये मेला उनकी सम्पूर्ण भावनाओं को रुपमान करता है। डॉ. बरजिन्दर सिंह हमदर्द ने कहा कि अच्छे कलाकार अपनी गायकी की स्वच्छ भावनाओं को लेकर पंजाब, हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि विश्व में पंजाबियत का झंडा बुलंद कर रहे हैं, जिससे विश्व में पंजाब के मान व सम्मान में बढ़ौतरी हुई है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व सभ्याचारक पिड़ की ओर से विख्यात गायक गुरदास मान, सूफी गायक बरकत सिद्धू, मनमोहन वारस, हरभजन मान, मलकीत सिंह गोल्डन स्टार, परमजीत पम्मी बाई, सतिंदर सरताज, डौली गुलेरिया सहित अन्य विख्यात कलाकारों को हमदर्द अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इस वर्ष विख्यात गायक कंठ कलेर को हमदर्द अवार्ड के साथ सम्मानित कर मान महसूस किया जा रहा है। इस दौरान डॉ. हमदर्द ने मेले के प्रोजैक्ट डायरैक्टर डॉ. दविंदर सिंह छीना के प्रयत्नों के साथ मेले में पहुंची सैंट्रल अमरीका से कलाकारों की टीम को स्मृति चिन्ह और इसके अतिरिक्त 50 हज़ार रुपये नकद इनाम देकर उनका हौसला बढ़ाया। इससे पूर्व डॉ. हमदर्द ने एस.एस. दूहड़े, बी.के. विर्दी, ए.डी.सी. (विकास) अवतार सिंह भुल्लर, डॉ. दविंदर सिंह छीना,  प्रिंसीपल बलविंदर सिंह बरनाला, जगमोहन कौर सोढी, इंद्रमोहन सिंह, सर्बजीत सैणी, भूपिंदर सिंह, आर.सी. बिरहा, किरणप्रीत धामी, महिंदर सिंह नडाला, तरसेम सिंह, पाल सिंह मानसा, रछपाल सिंह कैनेडा, विख्यात म्यूजिक डायरैक्टर कुलजीत सिंह, डॉ. सर्बजीत कौर सोहल, डॉ. कमलजीत कौर संधू, डॉ. हरप्रीत कौर औलख, डॉ. बलजीत कौर रियाड़, डॉ. इंद्रा विर्क, मीनाक्षी राजपाल, तरनजीत कौर, डॉ. सरदूल सिंह औजला, डॉ. जसबीर सिंह, प्रवासी पत्रकार संतोख सिंह मंडेर, गुरचरण सिंह ढिल्लों, पिड़ के सक्रिय सदस्य अमरजीत सिंह ढपई, रणजीत सिंह खोजेवाल सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्तियों को स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया गया। मेले के दूसरे पड़ाव दौरान पंजाबन मुटियार के मुकाबले में अवनीत कौर ने सोहना पहरावा, रमनदीप कौर ने सोहना हास्सा, मोनिका ने सोहना मुखड़ा, सुनिधि ने गिद्धेयां दी रानी, आकाशदीप कौर ने टूणेहारी अक्ख, प्रदीप कौर ने नखरीली मुटियार, मनप्रीत कौर ने गागर वरगी, नितिका ने घगरा सूफ दा, मनदीप कौर ने बढ़िया गीत, नवजोत कौर ने बढ़िया पेशकारी, कुलविंदर कौर ने रंगमंच की मीनाकारी, पूनम शर्मा ने गुंदवी गुत्त, अमनप्रीत कौर ने तौर पंजाबन दी, कमलजीत कौर ने सुचज्जी मुटियार, सलोनी ने गर्दन सुराही वरगी, नवरुप कौर ने सरों जेहा कद, तनवी ने मिठ बोलड़ी मुटियार का खिताब जीता। इसके अतिरिक्त डॉ. सर्बजीत कौर सोहल, डा. कमलजीत कौर संधू, डॉ. हरप्रीत कौर औलख, डॉ. बलजीत कौर रियाड़, डॉ. इंद्रा विर्क व मीनाक्षी राजपाल ने जज व डा. सरदूल सिंह औजला व तरनजीत कौर जालन्धर ने मंच संचालन के कर्त्तव्य बाखूबी निभाए। मेले के अंत में पिड़ के सदस्यों की ओर से इन सभी मुटियारों को मेले की निशानी भेंट की गई। हमदर्द मेले में ज़िलाधीश मोहम्मद तैय्यब, एस.एस.पी. संदीप कुमार शर्मा और परमवीर सिंह जालन्धर ने विशेष रुप से भाग लिया। मेले को सफल बनाने में प्रो. कुलवंत सिंह औजला, विख्यात शायर गुरभजन सिंह लासानी, डा. दलजीत सिंह खैहरा, बलदेव सिंह सल्होत्रा, डॉ. मनजीत कौर पड्डा, सरवण सिंह औजला नैशनल अवार्डी, डॉ. हरभजन सिंह, प्रो. परमजीत कौर, प्रो: मधु सेठी, सुखजीत सिंह भच्चू, डॉ. भूपिंदर कौर, अवतार सिंह, विमल अरोड़ा, नायब तहसीलदार लछमण सिंह, रजिंदर सिंह, सचिन अरोड़ा, परमजीत सिंह ऑल इंडिया रेडियो, प्रो. नरिंदर नीत, प्रो. अमृत आहलूवालिया, डा. सुखविंदर सिंह रंधावा, प्रिंसीपल प्रोमिला अरोड़ा, प्रो. आदर्श परति, प्रो. बलजिंदर कौर, प्रो: जसबीर कौर सोहल, दलविंदर दयालपुरी, अजय शर्मा, गौतम अग्रवाल ने विशेष योगदान दिया।