बेटी का दोस्त ही निकला कातिल

मंडी गोबिंदगढ़,19 फरवरी (मुकेश घई) : मंडी गोबिंदगढ़ की पुलिस ने श्रीमती अल्का मीना आई.पी.एस. सीनियर कप्तान पुलिस ज़िला फतेहगढ़ साहिब के दिशा-निर्देशानुसार मुस्तैदी के साथ जांच करके मनजीत कौर पत्नी लेट सतनाम सिंह निवासी मॉडल टाऊन मंडी गोबिंदगढ़ के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने दो कथित कातिलों को कार समेत काबू करने के बाद रिमांड हासिल करके अगली कार्रवाही शुरू कर दी है। स. मनप्रीत सिंह पी.पी.एस. उप-कप्तान पुलिस सर्कल अमलोह ने बताया कि रोजी बेटी स्व. सतनाम सिंह कौम राजपूत निवासी मकान नंबर 225, सैक्टर 22, वार्ड नंबर 17, माडल टाऊन मंडी गोबिंदगढ़, जिला फतेहगढ़ साहिब ने उक्त मुकदमा कथित आरोपी गुरप्रीत सिंह उर्फ मिंकी पुत्र जसवीर सिंह निवासी आदर्श नगर मंडी गोबिंदगढ़ थाना गोबिंदगढ़ ज़िला फतेहगढ़ साहिब और हरदीप सिंह पुत्र संजीव सिंह निवासी आदर्श नगर मंडी गोबिंदगढ़ के खिलाफ दर्ज करवाया है। उसने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि मेरी दोस्ती करीब डेढ़ वर्ष से गुरप्रीत सिंह उर्फ मिंकी के साथ पड़ गई थी जो हमारे घर अक्सर आता जाता रहता था, जिस के पास एक कार ऑल्टो है करीब 8-10 दिन पहले की बात है कि मैंने अपने बैंक इलाहाबाद ब्रांच मंडी गोबिंदगढ़ के दो खाली चैकों पर हस्ताक्षर करके गुरप्रीत सिंह को दे दिए थे और कहा था कि मैं काम पर जा रही हूं, तूम 70 हजार रुपए निकलवा कर ले आना मैं तुम्हारे से ले लूंगी, परन्तु पैसे मांगने पर वह मुझे पैसे देने से टाल मटोल करता रहा, बाद में मुझे पता चला कि उस ने मेरा खाते में से करीब एक लाख रुपए निकलवा लिए थे, मेरी माता को भी पता चलने पर वह भी गुरप्रीत सिंह के साथ इस बात को लेकर नाराज थी। दिनांक 12 फरवरी 2018 को मुजे और मेरी बहन किरनजीत कौर दोनों को देवीगढ़ (पटियाला) पैलेस में प्रोग्राम पर जाना था, तो मैंने गुरप्रीत सिंह को कहा कि तुम हमारी माता को साथ लेकर पहले तो मेरे बेटे लवप्रीत सिंह की स्कूल में फीस जमा करवा देना और बाद में जो घर पर 60 हज़ार रुपए पड़े हैं, वह मेरे उक्त बैंक इलाहाबाद ब्रांच में जमा करवा देना। जिसके बाद हम दोनों बहनें प्रोग्राम पर चली गई थी, दिनांक 12 फरवरी, 2018 को ही करीब 8 बजे शाम को जब हम घर लौटी तो मेरी माता घर पर नहीं थी, परन्तु उसका मोबाइल फोन घर पर पड़ा था, जब काफी देर इंतजार करने के बाद माता का पता नहीं चला तो वह नजदीक ही दलीप नगर मंडी गोबिंदगढ़ में वह अपनी बड़ी बहन राजविंदर कौर के घर चली गई, उनकी बहन राजविंदर कौर का घर उसके बेटे लपप्रीत के स्कूल के बिल्कुल नज़दीक है। पूछने पर मेरी बहन राजविंदर कौर ने बताया कि माता मनजीत कौर दिन में गुरप्रीत सिंह सहित उसके दोस्त हरदीप सिंह के साथ गुरप्रीत सिंह की उक्त कार में बैठ कर तुम्हारे बेटे के स्कूल में आई थी। क्योंकि मेरी बहन के बच्चे भी इसी स्कूल में पढ़ते हैं। फिर हम दोबारा घर आ गये। दोबारा तलाश करने पर मेरे बेटे का स्कूल का फीस कार्ड और 60 हज़ार रुपए घर में नहीं मिले। दिनांक 13 फरवरी को हम अपनी माता को रिश्तेदारियों में तलाशते रहे, परन्तु वह नहीं मिली। दिनांक 14 फरवरी को हमने थाना गोबिंदगढ़ में पहुंच कर रिपोर्ट दर्ज करवा दी। उसी दिन शाम को थाना गोबिंदगढ़ से फोन आया कि एक औरत का शव शुतराना नज़दीक नहर में तैरते हुए मिला है। आप आकर उसकी शिनाख्त कर लो तो उसी समय मै और मेरा दोस्त गुरप्रीत सिंह अमलोह से उक्त कार में बैठ कर थाना गोबिंदगढ़ आ रहे थे, तो कार में बैठते समय अचानक मेरी नज़र कार की हैंड ब्रेक के नीचे गई, जहां खून वगैरा लगा हुआ था, जो मुझे गुरप्रीत सिंह पर शक्क हो गया, कि इसने माता के साथ कोई कारनामा कर दिया है। रास्ते में आते-आते घर से मेरी बहन किरनजीत कौर को साथ लेकर वह थाना गोबिंदगढ़ आ गए। जहां पुलिस को साथ लेकर भाखड़ा नहर नज़दीक शुतराना गए, जहां हमने अपनी माता के शव की शिनाख्त की। जिसको देखने पर पता चला कि उनके गर्दन, छाती और कंधों पर तेज़धार हथियारों के जख्म थे। मेरी माता मनजीत कौर के पास से जो उक्त 60 हज़ार रुपए और मेरे बैंक खातों में चैक के द्वारा निकलवाए उक्त पैसों को निगल लेने की नीयत के साथ गुरप्रीत सिंह ने अपने दोस्त हरदीप सिंह उक्त के साथ मिल कर दिनांक 12 फरवरी को शाम को अपनी कार ऑल्टो में मनजीत कौर को बैठा कर और चोटें मारकर कथित कत्ल करके उसकी लाश भाखड़ा नहर में फैंक दी थी। जिस पर कार्यवाही करते हुए थानेदार दविन्दरपाल सिंह ने थारा 302,34 आई.पी.एस के अंतर्गत कथित आरोपियों गुरप्रीत सिंह उर्फ मिंकी पुत्र जसवीर सिंह निवासी आदर्श नगर, मंडी गोबिंदगढ़ और हरदीप सिंह पुत्र संजीव सिंह निवासी आदर्श नगर मंडी गोबिंदगढ़ के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया और कथित आरोपियों के पास से वारदात समय इस्तेमाल करने वाले चाकू और आरोपियों के पहने हुए कपड़े, कार ऑल्टो बरामद करवाए गए हैं। इस मौके पर थाने के एस.एच.ओ सुखवीर सिंह, मुख्य मुंशी राजिन्दर सिंह भी मौजूद थे।