ट्रूडो ने साबरमती आश्रम व अक्षरधाम मंदिर का किया दौरा

मुम्बई/ अहमदाबाद, 19 फरवरी : कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मुम्बई में पत्रकारों के साथ मुलाकात के समय कहा कि कनाडा अखंड भारत का समर्थन करता है। उन्हाेंने कहा कि उनके मंत्रिमंडल के सभी मंत्री कनाडा सरकार का हिस्सा हैं और समूची सरकार का भारत की एकता व अखंडता में विश्वास है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और नफरत फैलाने वाली ताकतों बारे उनकी सरकार सतर्क है और ऐसी किसी कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इससे पूर्व ट्रूडो गत दिवस गुजरात के शहर अहमदाबाद में हवाई अड्डे पर पहुंचे तो प्रांतीय सरकार द्वारा पर्यटन मंत्री गनपत वसावा व शहर के मेयर गौतम शाह के नेतृत्व में उनका भव्य स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर चारों ओर विशाल बोर्ड लगाए गए थे जिन पर ‘गुजरात वैलकम्ज़ आनरेबल प्राइम मिनिस्टर जस्टिन ट्रूडो’ व ‘लौंगलिव कनाडा इंडिया फ्रैंडशिप’ लिखा हुआ था। बोर्ड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व ट्रूडो की बड़ी तस्वीरें थीं। कुर्ता पायजामा में सजे ट्रूडो अपनी पत्नी सोफिया व बच्चों सहित विमान से बाहर निकले तो उन्हें फूलों के गुलदस्ते भेंट किए गए। प्रधानमंत्री ट्रूडो का काफिला हवाई अड्डे से चले जाने तक नौजवानों के विभिन्न डांस गु्रपों ने संगीत से गरबा डांस करना जारी रखा। अहमदाबाद से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गांधी नगर में साबरमती आश्रम पहुंचकर उन्होंने महात्मा गांधी के घर को देखा और उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। वहीं ट्रूडो की पत्नी सोफिया व उनके बच्चों ने चरखा काता। इस अवसर पर शहर में सुरक्षा के कड़े प्रबंध थे और ट्रूडो के काफिले के रूट की सड़कों के दोनों तरफ पुलिस की बड़ी तैनाती देखी जा सकती थी। ट्रैफिक रोक कर ट्रूडो की गाड़ियों को वहां से गुजारने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए थे। शहर में जगह-जगह ट्रूडो का स्वागत करने के लिए उनकी तस्वीरों वाले विशेष बड़े बोर्ड लगाए गए थे जिससे प्रतीत होता था कि गुजरात सरकार कनाडा के साथ व्यापारिक व कारोबारी सांझ बढ़ाने के लिए बेहद उत्सुक है। अक्षरधाम मंदिर में पहुंचने पर प्रबंधक कमेटी ने ट्रूडो का गर्मजोशी से स्वागत किया और विशाल मंदिर का दौरा करवाया। ट्रूडो अपनी पत्नी व बच्चों के साथ मंदिर के अंदर माथा टेकने पहुंचे थे जहां पुजारियों ने मंत्रों के जाप किए। अहमदाबाद स्थित इंडियन इंस्टीच्यूट आफ मैनेजमैंट (आईआईएम) में पहुंचकर ट्रूडो ने विद्यार्थियों की हाज़िरी में ‘शिक्षा व निवेश के मौके’ विषय पर बातचीत की और सवालों के जवाब दिए। उन्होंने कहा कि नौजवान भविष्य के नेता ही नहीं बल्कि वर्तमान में भी योग्य नेता साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि व्यक्ति का हर बोला हुआ शब्द उसके आसपास के संसार को बदलने का कारण बन सकता है। राजनीति में परिवारवाद के मुद्दे को सम्बोधित होते हुए ट्रूडो ने बताया कि उनके पिता कनाडा के प्रधानमंत्री थे परंतु आज वह केवल अपने पिता के कारण ही प्रधानमंत्री नहीं बन गए। उन्होंने कहा कि लोग बहुत समझदार हैं और लोकतांत्रिक हक (वोट) का इस्तेमाल करने से पहले वह नेता की योग्यता व समझदारी को परखने की सोच रखते हैं। अपने आपमें अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प वाली समानताओं बारे ट्रूडो ने कहा कि ट्रम्प अमरीका को ग्रेट बनाने का विचार रखते हैं, जिसका अर्थ है कि वह लोगों को आर्थिक तौर पर खुशहाल करना सोचते हैं और उन्होंने कनाडा में अमीरों का टैक्स बढ़ाया और उनकी सरकारी ग्रांटें काटीं जिससे मध्यमवर्गीय व आर्थिक तौर पर पिछड़े लोगों को लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि भारत के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमैंट के समर्थक हैं परंतु ऐसा समझौता दोनों देशों के हितों की पूर्ति वाला (नौकरियां पैदा करना) होना चाहिए। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रमनीक लाल रुपानी ट्रूडो को मुम्बई के लिए विदा करने के लिए अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचे और दोनों नेताओं में 20 मिनट तक बातचीत चलती रही परंतु उस दौरान कोई खास मुद्दा चर्चा में आने बारे नहीं बताया गया।