गुरुनानक देव इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी को श्री ननकाना साहिब में बनाए जाने का मामला ठंडे बस्ते में


अमृतसर, 20 फरवरी (सुरेन्द्र कोछड़) : ज़िला श्री ननकाना साहिब में गुरु नानक देव इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी खोले जाने के मामले को पाकिस्तानी सरकार ठंडे बिस्तरे में डालने की तैयारी में है। भविष्य में यह यूनिवर्सिटी कब और कहां शुरू की जानी है, इस संबंधी पाकिस्तान के प्रदेश पंजाब सरकार के पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। वर्णनीय है कि पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब और गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के कुओं के जल को निर्यात किए जाने और पाकिस्तान में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छपवाई को लेकर विवादों में घिरे पाकिस्तान इवैक्वी ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड द्वारा उक्त विवादों से ध्यान हटाने के इरादे से कोई 5 महीने पहले गुरु नानक देव इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी को श्री ननकाना साहिब में खोले जाने का पक्के तौर पर ऐलान किया गया था। इससे पहले बोर्ड के पूर्व चेयरमैन सादिक-उल-फारूक ने यूनिवर्सिटी को श्री ननकाना साहिब की बजाय ज़िला शेखुपुरा की नारोवाल रोड पर मुरीद में भी खोले जाने का ऐलान किया गया था, जिस कारण उनका बड़े स्तर पर विरोध किया गया था। पाकिस्तान सिख संस्था कौंसिल के प्रधान स. मस्तान सिंह ने स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी है कि यदि यूनिवर्सिटी से ननकाना साहिब में न शुरू की गई तो पाकिस्तान सिख भाईचारे द्वारा विरोध प्रदर्शन और धरने-हड़ताल का सिलसिला शुरू किया जाएगा। वर्णनीय है कि ई.टी.पी.बी. के तत्कालीन चेयरमैन लैफ्टीनैंट कर्नल जुल्फीकार अली खान द्वारा पहली बार वर्ष 2007 में श्री ननकाना साहिब के बीच वक्फ की भूमि पर बाबा गुरु नानक देव गुरुपर्व मौके ज़िला श्री ननकाना साहिब में प्रधानमंत्री द्वारा गुरु नानक देव इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी का नींव पत्थर रखे जाने का ऐलान किया। परंतु प्रधानमंत्री के मौके पर न पहुंचने पर कुछ दिनों बाद उद्घाटन के लिए लगाया गया नींव पत्थर ज़िले की बार एसोसिएशन के वकील सदस्यों द्वारा यह कहकर उखाड़ दिया गया कि यूनिवर्सिटी बनाने के लिए चुनी गई ज़मीन पहले ई.टी.पी.बी. द्वारा विदेश की सिख संगत द्वारा आर्थिक सहयोग लिया गया व दूसरी तरफ श्री ननकाना साहिब के हाकम राय बुलार भट्टी के वंशज और श्री ननकाना साहिब ज़िला और श्री ननकाना साहिब बार एसोसिएशन के प्रधान राय मोहम्मद अकरम भट्टी ने भी स्पष्ट तौर पर चेतावनी दी कि यदि यूनिवर्सिटी श्री ननकाना साहिब में न शुरू की गई तो बड़े स्तर पर धरने-प्रदर्शनों का सिलसिला शुरू किया जाएगा।