लूट की योजना बनाते 2 गिरोह हथियारों सहित काबू

संगरूर, 21 फरवरी (सत्यम्/अलका बांसल): ज़िला संगरूर पुलिस द्वारा इलाके में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी कर रहे दो विभिन्न गिरोहों को भारी मात्रा में हथियारों सहित काबू किए जाने का दावा किया है। मामले के महत्व को देखते हुए आई.जी. पटियाला रेंज श्री ए.एस. राय स्थानीय पुलिस लाईन में पहुंचे तथा पत्रकारों से बातचीत करते बताया कि ज़िला संगरूर पुलिस के सी.आई.ए. स्टाफ बहादर सिंह वाला द्वारा ज़िला संगरूर तथा आस-पास के इलाकों में लूटमार तथा कत्ल की साजिश बना रहे दो गैंग के 9 सदस्यों को 9 नाजायज़ हथियारों सहित काबू कर बड़ी घटना से बचाव किया गया है। उन्होंने बताया कि संगरूर पुलिस के सी.आई.ए. स्टाफ को सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति लहरा इलाके में लूटमार की घटना को अंजाम देने की तैयारी कर रहे हैं। जिस पर सी.आई.ए. स्टाफ द्वारा थाना लहरा में मामला दर्ज कर सहायक थानेदार अवतार सिंह की अगुवाई वाली पुलिस पार्टी द्वारा लहरा के गागा रोड स्थित सफैदों के झुंड में लखवीर सिंह लक्खी पुत्र जरनैल सिंह निवासी खडियाल रोड महिलां को एक पिस्तौल 12 बोर सहित कारतूस, राजविन्द्र सिंह राजू पुत्र दर्शन सिंह निवासी आलमपुर को 1 पिस्तौल देसी 32 बोर सहित कारतूस, संसार सिंह पुत्र सुरजीत सिंह निवासी धन्नपुरा (मानसा) को 1 पिस्तौल 30 बोर सहित कारतूस तथा मनदीप सिंह मोना पुत्र मेजर सिंह निवासी रामगढ़ संधुआं को 1 देसी पिस्तौल 315 सहित कारतूस सहित काबू किया गया है जबकि इनका एक और साथी संदीप सिंह घोड़ा पुत्र मुंशी सिंह निवासी नजदीकी रामगढ़ियां गुरुद्वारा लहरा मौके से भागने में सफल हो गया। श्री राय ने बताया कि काबू किए गए नौजवानों द्वारा की गई प्राथमिक पूछताछ दौरान सामने आया कि लखवीर सिंह लक्खी का अपने पिता जरनैल सिंह से घर के बटवारे को लेकर वर्ष 2016 से झगड़ा चल रहा है जिसकी रंजिश कारण लखवीर सिंह लक्खी अपने पिता जरनैल सिंह का कत्ल करने की फिराक में था तथा राजविन्द्र सिंह राजू ने पूछताछ दौरान माना कि वर्ष 1993 में उसके ही गांव के निवासी भीम सिंह कामरेड द्वारा उसके पिता दर्शन सिंह का कत्ल कर दिया गया था जिसकी रंजिश कारण राजू द्वारा कामरेड भीम सिंह का कत्ल करने की योजना बनाई गई थी। उन्होंने बताया कि पूछताछ दौरान यह भी सामने आया कि उक्त व्यक्तियों को सारे हथियार मौके से फरार हुए संदीप सिंह घोड़ा द्वारा मुहैया करवाए गए हैं तथा यह सारे हथियार उत्तर प्रदेश में आए हैं। संगरूर पुलिस द्वारा काबू किए गए दूसरे गिरोह संबंधी ए.एस. राय ने बताया कि इस गिरोह भी वी.आई.ए. स्टाफ को सूचना मिली थी संदौड़ के इलाके में कुछ व्यक्ति किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं जिसके चलते सी.आई.ए. स्टाफ के सहायक थानेदार केवल कृष्ण द्वारा थाना संदौड़ में मामला दर्ज करवाकर गांव महोली से कंगणवाल के बीच नहर की खतानों में कर्मजीत सिंह पुत्र बलकरन सिंह निवासी बीहला (बरनाला) को एक पिस्तौल देसी 12 बोर सहित कारतूस, इलियास खान पुत्र लाल दीन निवासी तखर खुर्द को 1 पिस्तौल देसी 315 बोर सहित कारतूस, रमजान मुहम्मद जग्गी पुत्र रसीद मुहम्मद निवासी मुबारकपुर चुंघा को 1 पिस्तौल देसी 315 बोर मनदीप सिंह मैंडी पुत्र गुरचरन सिंह निवासी महिलां चौक को 1 पिस्तौल देसी 315 बोर सहित कारतूस तथा लखवीर सिंह विक्की पुत्र प्यारा सिंह निवासी भूदन को 1 पिस्तौल देसी 315 बोर कारतूस सहित काबू किया गया है। उन्होंने बताया कि काबू किए गए व्यक्तियों से प्राथमिक पूछताछ दौरान सामने आया है कि उक्त व्यक्तियों द्वारा यह हथियार मोहम्मद अकरम पुत्र मोहम्मद साजिद निवासी गंगोह ज़िला सहारनपुर (यू.पी.) से खरीदे थे जिसके चलते मोहम्मद अकरम विरूद्ध भी मामला दर्ज कर इसकी तलाश शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि काबू किए गए दोनों गिरोहों के करीब सभी सदस्यों विरूद्ध पहले भी विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि उक्त मामलों संबंधी उन्होंने उत्तर प्रदेश के पुलिस प्रशासन से भी विशेष तौर पर संपर्क साधा जाएगा। वर्ष 2018 के शुरूआती दौरान में ही ज़िला संगरूर पुलिस द्वारा विभिन्न मामलों में काबू किए गए 14 नजायज़ हथियारों तथा अन्य अपराधिक घटनाओं के आरोपियों को काबू करने के चलते आई.जी. श्री राय ने ज़िला पुलिस कप्तान संगरूर स. मनदीप सिंह सिद्धू की अगुवाई में काम कर रही समूह टीम की प्रंशसा करते कहा कि इन मामलों में भूमिका निभाने वाले सभी पुलिस अधिकारियों तथा कर्मचारियों को विभाग द्वारा सम्मानित किया जाएगा।