छोटी उम्र में अंतर्राष्ट्रीय बुलंदियों को छूने वाले चेतन राऊत

महाराष्ट्र प्रांत के शहर अमरावती को एक बड़ा गौरव जाता है कि इस शहर ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दो अहम खिलाड़ी देश को दिए, जिसमें भारत का नाम चमकाने वाली आंखों से दिव्यांग तैराक खिलाड़ी कंचनमाला पांडे हैं, जबकि दूसरा नाम आता है विकलांग पैरा खिलाड़ी चेतन गिरधर राउत का, जिन्होंने छोटी ही उम्र में वह बुलंदियां हासिल की हैं कि आज चेतन राऊत भारत के गौरव हैं और उन्होंने बहुत ही छोटी उम्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियों को हासिल किया। चेतन राउत का जन्म 29 अक्तूबर, 1993 को पिता गिरधर राउत के घर माता उमा गिरधर राउत की कोख से अमरावती के महालक्ष्मी नगर में हुआ। चेतन राउत जन्म से ही विकलांग हैं, जहां उनकी दाईं टांग छोटी है, वहीं वह कमजोर भी हैं और लंगड़ा कर चलना तो फिर स्वाभाविक है। चेतन राऊत पैरा तैराक खिलाड़ी हैं और वह अब तक अपने इस क्षेत्र में 12 स्वर्ण पदक, 12 रजत और 12 ही कांस्य पदक अपने नाम कर चुके हैं। चेतन राऊत ने अपना खेल क्षेत्र वर्ष 2007 में शुरू किया था, जब उन्होंने महाराष्ट्र के शहर पूना में हुई पैरा-ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप में भाग लिया और अपने दूसरे खिलाड़ियों को पछाड़ते हुए 3 स्वर्ण पदक और एक रजत पदक पर कब्ज़ा किया। वर्ष 2008 और 2009 में करनाल (हरियाणा) में हुई नैशनल पैरा-ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप में तैरते 2 रजत पदक और एक कांस्ट पदक लेकर विजेता बने। चेतन वर्ष 2011-12 में कोहलापुर (महाराष्ट्र) में हुई नैशनल पैरा स्विमिंग चैम्पियनशिप में भी 4 स्वर्ण पदक जीत कर चैम्पियन बने। वर्ष 2012-13 में नैशनल पैरा स्विमिंग चैम्पियनशिप जो मद्रास के तमिलनाडु शहर में हुई,में भी दो स्वर्ण पदक जीते। वर्ष 2013-14 में कर्नाटक के शहर बंगलौर में हुई नैशनल पैरा ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप में एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता। वर्ष 2014-15 में मध्य प्रदेश के शहर इंदौर में हुई नैशनल पैरा ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप में भी एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक प्राप्त किया। वर्ष 2015-16 में कर्नाटक के शहर बेलगाम में हुई नैशनल पैरा ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप में भी एक स्वर्ण पदक, दो रजत और दो कांस्य पदक अपने नाम किए। 
वर्ष 2016-17 में राजस्थान के शहर जयपुर में हुई नैशनल पैरा ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप में एक स्वर्ण दो रजत और और एक कांस्य पदक, वर्ष 2018 में नैशनल पैरा ओलम्पिक स्विमिंग चैम्पियनशिप जो राजस्थान के शहर उदयपुर में हुई जहां चेतन ने एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक जीता। अगर चेतन राऊत की अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धियों की बात करें तो वर्ष 2009 में बंगलौर में हुई इंटरनैशनल व्हीलचेयर जोकि विश्व स्तरीय खेल थे, में भी भाग लेकर एक रजत पदक जीता। वर्ष 2010 में जर्मन के शहर बर्लिन में हुई जर्मन पैरा ओपन स्विमिंग में भी हिस्सा लिया। वर्ष 2010 में दिल्ली में हुए कामनवैल्थ खेलों में भी चेतन ने एक तैराक के तौर पर विश्व के सभी तैराकों में अपना 7वां स्थान हासिल किया। यहीं बस नहीं, चेतन राऊत ने समुद्र में खुली तैराकी में भी अपना बहुत बड़ा नाम कमाया। वर्ष 2012 को अरब देश में हुई दो किलोमीटर की लम्बी तैराकी में एक रजत पदक हासिल किया और 2012 में 3 किलोमीटर की यमुना नदी इलाहाबाद में तैराकी में 5वां स्थान हासिल किया। वर्ष 2012 में मुम्बई में खुली तैराकी जो समुद्र में करवाई गई, में भी उन्होंने पांचवां स्थान हासिल किया। वर्ष 2014 में चेतन ने 2 किलोमीटर तैराकी में रजत पदक जीता। बी.ए. के फाइनल भाग के विद्यार्थी चेतन राऊत को यह गौरव भी मिलने जा रहा है कि वह अपने अन्य साथियों से मिलकर लंदन और फ्रांस के बीच बनी समुद्री खाड़ी में तीन दिन तैराकी करके विश्व रिकार्ड बनाएंगे। चेतन कहते हैं कि चाहे वह विकलांग हैं लेकिन उनकी हिम्मत और हौसले विकलांग नहीं हैं।