जेलों में स्थापित गुरुद्वारों में शिरोमणि कमेटी पाठी तथा प्रचारक भेजेगी : लौंगोवाल

मलेरकोटला, 23 फरवरी (अ.स.): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने पंजाब सहित देश की विभिन्न जेलों में बने गुरुद्वारा में मर्यादा लागू करने तथा जेलों में बंदियों को गुरुबाणी तथा सिख ऐतिहास संबंधी अवगत करवाने के लिए जहां सिख प्रचारक भेजेगी वहीं इन गुरुद्वारों में सेवा निभा रहे गं्रथी सिंहों को शिक्षित करने के लिए विशेष गुरूमति ट्रेनिंग शिविर भी लगाए जाने का विचार है। भाई लौंगोवाल आज यहां ‘अजीत समाचार’ से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जाने-अनजाने में हुई गलतियों खास कर नशों तथा गैंगस्टर कार्रवाईयों के कारण जेल में बंद नौजवानों को श्री गुरु ग्रंथ साहिब से जोड़कर मुख्य धारा में शामिल किया जा सकता है। 
गुरुबाणी से जुड़ने को ही नशों तथा अन्य अनैतिक कार्रवाईयों से बचने का एक आसान रास्ता बताते भाई लौंगोवाल ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा विभिन्न जेलों में बने गुरुद्वारों में प्रबंधों तथा गुरुबाणी प्रचार संबंधी जानकारी हासिल करने के लिए बकायदा सिख प्रचारकों की टीमें भेजी जाएंगी जो गुरुद्वारा में सेवा निभा रहे ग्रंथी सिंहों तथा जेल अधिकारियों को मिलकर जेल में गुरूमति प्रचार की संभावनाओं का जायज़ा लेगी। सिख ऐतिहास में सज्जन ठग जैसी प्रचलित घटनाओं का जिक्र करते भाई लौंगोवाल ने कहा कि गुरूबाणी में बड़े से बड़े अपराधी को सुधार कर आम मनुष्य जैसा जीवन जीने के योग्य बनाने की अगंमी शक्ति है तथा हर अपराधी अपने परिवार में आम जैसा जीवन जीने की इच्छा रखता है। शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने बताया कि उन द्वारा प्राप्त किए विवरण अनुसार पंजाब में पांच तरह की जेलें मौजूद हैं जिनमें 7 सैंट्रल जेलें श्री अमृतसर साहिब, गुरदासपुर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा से फिरोजपुर में, एक मैक्सीमम सक्योरिटी जेल नाभा में, सात ज़िला जेल तथा 11 उप जेलें विभिन्न जगहों पर चल रही हैं। इनमें उन जेलों के विवरण एकत्रित हुए जा रहे हैं जहां गुरुद्वारे स्थापित हैं। इस अवसर पर भाई लौंगोवाल के साथ सिख बुद्धिजीवी मंच पंजाब के अध्यक्ष हरबंस सिंह शेरपुर भी उपस्थित थे।