हरियाणा में चुनावों की चर्चा के कारण राजनीतिक पार्टियां हुईं सक्रिय



हरियाणा में विभिन्न राजनीतिक दलों की गतिविधियां अचानक काफी तेज हो गई हैं और इन गतिविधियों को आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों की तैयारियों के नजरिये से देखा जा रहा है। अभी पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जींद में हुई राज्य स्तरीय युवा हुंकार रैली का आयोजन किया गया और इस मोटर साइकिल रैली के माध्यम से शाह अगले चुनावों के लिए बिगुल भी बजा गए। सत्तापक्ष जहां अतिम शाह की रैली को बेहद सफल व अभूतपूर्व बता रहा है वहीं विपक्षी दल रैली को पूरी तरह से फ्लॉप बता कर भाजपा पर हमले कर रहे हैं। वैसे रैली में बड़ी संख्या में कुर्सियां खाली रहने से सत्तापक्ष में भी अगले चुनाव को लेकर चिंता की लकीरें नजर आने लगी हैं। अब प्रदेश में इनेलो, कांग्रेस व आम आदमी पार्टी की भी रैलियां होने जा रही हैं।
एसवाईएल पर 7 को इनेलो की रैली
इनेलो की ओर से 7 मार्च को दिल्ली में एक विशाल रैली की जा रही है। इस रैली का मकसद एसवाईएल को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के हरियाणा के पक्ष में आए फैसले को लागू करवाना और प्रदेश को एसवाईएल का पानी दिलाना बताया जा रहा है। इस रैली की तैयारियों के लिए इनेलो के सभी छोटे-बड़े नेता सक्रियता से लगे हुए हैं और सभी की नजरें इस रैली पर लगी हुई हैं। इस रैली को इनेलो के भविष्य के तौर पर बेहद अह्म रैली माना जा रहा है। इस बार आम आदमी पार्टी ने भी हरियाणा की सभी लोकसभा व विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी की ओर से 25 मार्च को हिसार में अरविंद केजरीवाल की रैली भी रखी है और इस रैली से ‘आप’ कार्यकर्ता काफी उम्मीदें लगाए हुए हैं। वैसे भी केजरीवाल मूल रूप से हिसार के रहने वाले हैं और उनकी शुरूआती पढ़ाई भी हिसार में ही हुई थी। ‘आप’ ने 2014 के लोकसभा चुनाव में सभी सीटों पर पार्टी उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे, लेकिन सभी उम्मीदवारों की ज़मानतें जब्त हो जाने के कारण ‘आप’ ने 2014 का विधानसभा चुनाव लड़ने से हाथ पीछे खींच लिए थे।
हुड्डा ने शुरू की जनक्रांति रथयात्रा
इधर, कांग्रेस के विभिन्न धड़ों ने भी रैलियों व जनसभाओं के माध्यम से अपनी सक्रियता अचानक बढ़ा दी है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 25 फरवरी को पलवल जिले के होडल कस्बा से अपनी जनक्रांति रथयात्रा शुरू कर दी है और उनका दावा है कि रथयात्रा पूरे प्रदेश का दौरा करके लोगों को सरकार के खिलाफ लामबंद करके मौजूदा सरकार से मुक्ति दिलाने का काम करेगी। हुड्डा की रथयात्रा को दो अह्म घटनाओं से भी जोड़कर देखा जा रहा है। पहली घटना यह रही कि पिछले दिनों सीबीआई ने मानेसर भूमि घोटाले में हुड्डा सहित प्रदेश के कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और बिल्डरों के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया है। चालान पेश होने के बाद हुड्डा समर्थकों में कुछ मायूसी आ गई थी। इसी बीच हुड्डा के पैर में चोट लगने से फ्रैक्चर हो गया था। रथयात्रा की घोषणा उन्होंने पहले ही कर रखी थी। उम्मीद की जा रही थी कि शायद चोट लगने के कारण रथयात्रा स्थगित हो जाए लेकिन उन्होंने पैर पर पलस्तर होने के बाद भी रथयात्रा शुरू कर दी है और कई चरणों में रथयात्रा को मुकम्मल किया जायेगा। हुड्डा के रथयात्रा के मौके होडल में अच्छी खासी भीड़ जुटने से हुड्डा समर्थकों के चेहरों पर थोड़ी रौनक लौट आई है।
सुरजेवाला ने पाई स्टियरिंग कमेटी में जगह
इसी बीच कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व कैथल से विधायक रणदीप सिंह सुरजेवाला की गतिविधियां भी अचानक प्रदेश में तेज हो गई हैं। कांग्रेस का एक वर्ग धीरे-धीरे सुरजेवाला के साथ जुड़ने लगा है। इधर, सुरजेवाला को कांग्रेस पार्टी की सबसे बड़ी राष्ट्रीय स्टियरिंग कमेटी में जगह मिलने से यह संदेश भी चला गया है कि राहुल गांधी व सोनिया गांधी के सबसे करीबी लोगों में सुरजेवाला जगह पाने में सफल हो गए हैं। इस स्टियरिंग कमेटी में राहुल व सोनिया के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, एके एंटोनी, अहमद पटेल व अंबिका सोनी जैसे दिग्गज नेताओं को रखा गया है और इस कमेटी में जगह पाने वाले हरियाणा से रणदीप सुरजेवाला इकलौते नेता हैं। जिसके चलते यह संदेश भी चला गया है कि अगर भविष्य में कांग्रेस को सरकार बनाने का अवसर मिलता है तो सुरजेवाला भी मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार होंगे। इससे प्रदेश में भी अनेक कांग्रेसी नेता सुरजेवाला के साथ जुड़ने लगे हैं और पिछले कुछ दिनों के दौरान उन्होंने हिसार, बावल, करनाल व पुंडरी में जनसभाएं कर यह आभास दिलाने का प्रयास किया कि अब कांग्रेस में उनकी दावेदारी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उनके समर्थकों ने 4 मार्च को जींद जिले के छात्तर गांव और 11 मार्च को समालखा व शाहबाद में भी कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा कर रखी है।
5 से तंवर की साईकिल यात्रा
हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर 5 मार्च से प्रदेशव्यापी साइकिल यात्रा शुरू करने जा रहे हैं जो कि कालका हलके से शुरू होगी और पूरे प्रदेश में घूमेगी। भूपेंद्र हुड्डा गुट ने तंवर को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटवाने के लिए काफी जोर लगाया था लेकिन राहुल गांधी के कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद तंवर समेत सभी प्रदेश अध्यक्षों को उनके पदों पर बने रहने की हरी झंडी मिल गई। तभी से तंवर इस मौके का फायदा उठाने व कांग्रेस में अपने समर्थकों को मजबूत करने में जुट गए हैं। दूसरी तरफ कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी भी काफी सक्रिय नजर आने लगी हैं और वे अपने लोकसभा हलके के अलावा अन्य जिलों में भी जाकर रैलियां करने व अपने समर्थकों का हौसला बढ़ाने में लगी हैं। वैसे प्रदेश में पूर्व केंद्रीय मंत्री शैलजा का भी अपना गुट है लेकिन वे इन दिनों अन्य गुटों की तरह ज्यादा सक्रिय नजर नहीं आ रही।
लोगों को बजट से हैं उम्मीदें
सोमवार से शुरू होने जा रहे हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र पर प्रदेशवासियों की नजरें लगी हुई हैं। मौजूदा भाजपा सरकार का यह चौथा बजट होगा, जो कि अगले साल मार्च तक प्रदेश सरकार की योजनाओं व कार्यक्रमों के साथ-साथ सरकार की प्राथमिकताएं भी तय करेगा। बजट सत्र करीब दो हफ्ते चलने के आसार हैं। अगले साल लोकसभा व हरियाणा विधानसभा के चुनाव होने हैं, इसलिए इस बजट सत्र का महत्त्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। हरियाणा के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु यह ऐलान कर चुके हैं कि प्रदेश का बजट राज्य के अढ़ाई करोड़ लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरेगा।
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