विपक्ष के तीखे तेवर बरकरार

नई दिल्ली, 12 मार्च (वार्ता, उपमा डागा पारथ) : कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दलों तथा सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के एक घटक दल ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में घोटाले, राजधानी में सीलिंग, कावेरी बोर्ड प्रबंधन के गठन और आन्ध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से जुड़े मुद्दों को लेकर आज भी लोकसभा तथा राज्यसभा में भारी हंगामा किया जिसके कारण लगतार छठे दिन संसद में कोई कामकाज नहीं हो सका। दोनों सदनों की कार्यवाही एक-एक बार के स्थगन के बाद दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। वित्त राज्य मंत्री प्रताप शुक्ला ने लोकसभा में शोर शराबे के बीच ही चिटफंड संशोधन विधेयक 2018 और भगौड़ा आर्थिक अपराधी विधेयक 2018 पेश किया। सदस्यों  के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे और फिर दिन भर के लिए स्थगित करनी पड़ी। राज्यसभा में भी सदस्यों ने सुबह कार्यवाही शुरू होते ही शोर शराबा शुरू कर दिया और आसन के निकट जाकर नारेबाजी शुरू कर दी। सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदस्यों से शांत रहने तथा अपनी जगहों पर लौटने की अपील की लेकिन इसका असर न होते देख उन्होंने सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। भोजनवावकाश के बाद भी सदन में वही नज़ारा देखने को मिला और उप सभापति पी. जे. कुरियन ने बिना समय गंवाये कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी। विपक्षी सदस्य इन मुद्दों को लेकर बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन 5 मार्च से ही दोनों सदनों में हंगामा कर रहे हैं। इसके कारण संसद में इस सत्र में कोई कामकाज नहीं हो सका है।