ओवरईटिंग से बचा जा सकता है

 

ओवरईटिंग करते समय तो मन बड़ा प्रसन्न होता है, क्योंकि मन पसंद खाने को जो मिलता है पर ओवरईटिंग के बाद के परिणाम बुरे होते हैं जैसे मोटापा जो कई बीमारियों की जड़ बन जाता है। क्या आप मन को खुश कर ओवरईटिंग करना चाहते हैं या दिमाग की मानकर खाने के कुछ अच्छे नियम अपनाना चाहते हैं, यह तो निर्भर करता है आप पर। यदि दिमाग का साथ देना चाहते हैं तो रखिए ध्यान खानपान के नियम पर।
* खाना भूख के समय ही खाएं और पेट को तीन चौथाई भरें और एक चौथाई पेट खाली रखें।
* सेहत के लिहाज़ से संतुलित आहार पर ही ध्यान दें।
* छोटी प्लेट में अपने लिए खाना डालकर खायें ताकि वो भरी भरी लगे।
* खाने से पहले पानी का गिलास पी लेने से पेट थोड़ा भरा सा लगता है और खाना कम खाया जाता है।
* खाना आराम से चबा-चबा कर खायें। चबा कर खाने से समय अधिक लगेगा और एहसास होगा कि आपने बहुत खाया है। टी.वी. देखते समय भोजन न खायें। डाइनिंग टेबल  पर परिवार के साथ खाना खाते समय रिलेक्स मूड में खाना खाएं।
* खाना एक स्थान पर बैठकर खाएं। चलते-फिरते या काम के साथ खाना खाते हुए संतुष्टि की भावना नहीं रहती। आराम से शांत चित्त होकर खाने से मन भी संतुष्ट हो जाता है।
* फ्रिज में कच्ची सब्जियां (सलाद वाली) और फल भरकर रखें ताकि बीच में कभी भूख लगने पर फल और सलाद फास्ट फूड का काम कर सकते हैं।
* घर पर हमेशा रोस्टेड नमकीन रखें। जब कभी स्नेक्स खाने का मन हो तो उसमें खीरा, उबला आलू, प्याज, धनिया  डालकर एक छोटा बाउल तैयार कर खाएं। पेट भी भर जायेगा और कैलीरीज़ भी कम मिलेंगी।
* डायटीशियन से सलाह ले कर अपना डाइट चार्ट बनवाएं और उसी पर स्टिक रहने का प्रयास करें। यदि कभी पार्टी में अधिक खाना भी पड़े तो अगले दिन या पहले से ही डाइट कट कर संतुलन बनाएं।
* फास्ट जंक फूड के स्थान पर दही, सलाद, फल, सूप, उबली सब्ज़ियां, उबली दालों का सेवन करें।
* खाना हल्का और कम मसालों वाला खायें।
* पार्टियों में पहले फ्रूट चाट, सूप लें। इससे आप बाकी का गरिष्ठ भोजन अधिक नहीं खा पायेंगे।
* स्किम्ड मिल्क का ही सेवन करें। उसी का दही और पनीर घर पर फाड़ कर बनायें और खाएं। (स्वास्थ्य दर्पण)
—नीतू गुप्ता