केन्द्रीय गृहमंत्री ने श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका


अमृतसर, 13 मार्च (राजेश कुमार) : भारत के गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह आज यहां श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक हुए। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने उनका भव्य स्वागत किया। राजनाथ सिंह ने परिक्रमा की और गुरु घर नतमस्तक होकर सर्वत्र भले की अरदास की। इस दौरान उनको ग्रंथी सिंह द्वारा सिरोपा भेंटकर किया गया। उनके साथ प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, विजय सांपला, साधु सिंह धर्मसोत सांसद श्वेत मलिक आदि मौजूद थे। गृहमंत्री ने रूहानीयत के महानतम केन्द्र में आकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए विजटर बुँक में लिखा कि वह आज बहुत खुश है क्योंकि उनको इस पावन श्री हरिमंदिर साहिब में नतमस्तक होने को सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अंत में भाई लौंगोवाल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को स्मृति चिन्ह व सिरोपा भेंटकर सम्मानित भी किया। इस मौके पर कमेटी मैंबर भाई मनजीत सिंह, भाई राम सिंह, मगविंदर सिंह, रजिंदर मोहन सिंह छीना, अनिल जोशी, अवतार सिंह, जगजीत सिंह, सुलखन सिंह, आदि उपस्थित थे।
शिरोमणि कमेटी प्रधान ने गृहमंत्री को दिया मांग पत्र : शिरोमणि कमेटी प्रधान स. गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को एक मांग पत्र सौंपते हुए कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के 2019 में आ रहे 550 वर्ष प्रकाशोत्सव के संबंध में डेरा बाबा नानक से श्री करतारपुर साहिब पाकिस्तान तक रास्ता दिया जायेगा तांकि जो संगतें गुरु साहिब से संबंधित स्थान के खुले दर्शन कर सके। उन्होंने मांग की कि भाई बलवंत सिंह राजोआना संबंधी शिरोमणि कमेटी द्वारा की गई अपील का फैसला जल्द किया जाए। इसके अलावा उन्होंने सिख कैदीयों की रिहाई संबंधी भी अपील की।
उन्होंने यह भी मांग की कि जम्मू-कश्मीर में बसते सिखों को अल्पसंख्यक का दर्जा देकर उनको सरकारी नौकरीयां और सरकारी स्कीमों में भागीदार बनाया जाए। उन्होने 1984 दौरान श्री हरिमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब पर किए गए फौजी हमले समय सिख रैफरैंस लाईब्रेरी का सामान जो देश की आर्मी उठाकर ले गई थी, को तुरन्त वापिस करने की मांग की। उन्होंने गुरुद्वारा साहिबान में वितरित किए जाते लंगर से जीएसटी हटाने की भी अपील की। इस पर गृहमंत्री ने उनको भरोसा दिलाया कि मांगों संबंधी वे जल्द ही उनको मिलने का समय देंगे।