किसानों से किए वायदे पूरे करेंगे : अमरेन्द्र सिंह

नकोदर (जालन्धर), 14 मार्च : मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने आज यहा एक प्रभावशाली समारोह के दौरान किसानों का कज़र् माफी के दूसरे पड़ाव तहत राज्य के 5 ज़िलों जालन्धर, कपूरथला, लुधियाना फरीदकोट व फाज़िल्का से संबंधित 29 हज़ार 192 के लगभग किसानों का 162 करोड़ रुपए का कर्ज़ माफ करने का ऐलान किया कि किसानों को नि:शुल्क बिजली की सुविधा जारी रहेगी और ट्यूबवैलों पर बिजली के बिल लगाने का सवाल ही नहीं पैदा होता। उन्होंने इस संबंधी विरोधियों द्वारा किए जा रहे प्रचार को गलत बताते हुए कहा कि मुद्दों पर शिरोमणि अकाली दल द्वारा किसानों को गुमराह किया जा रहा है। हालांकि इस मौके उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ गांव में लगाए गए मीटरों का मकसद यह कतई नहीं है कि किसानों से बिजली के बिलों का भुगतान किया जाएगा, बल्कि यह मीटर भूमि के नीचले पानी जा  रहे स्तर के बारे में पता लगाने व कुदरत की इस देन को बचाने के मकसद से लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा नई कृषिनीति तैयार कर ली गई है और इसको विधानसभा के आगामी सेशन में पेश कर दिया जाएगा। इससे पहले प्रसिद्ध पंजाबी गायक मास्टर सलीम ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। समागम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों से किए गए सभी वायदे पूरे किए जाएंगे व राज्य के 17 लाख किसानों में से सवा दस लाख किसानों पर चढ़े कज़र्े को माफ करने के लिए सरकार बचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि पहले मानसा में व अब दोआबा में दूसरे पड़ाव के तहत किसानों का 2-2 लाख रुपए का कज़र् माफ किया जा रहा है व अगले पड़ाव में माझा के किसानों का नंबर आएगा। पानी संकट की बात करते हुए उन्होंने कहा कि यदि हम पानी की संभाल के प्रति सुचेत न हुए तो पंजाब रेगिस्तान बन जाएगा व आने वाली पीढ़ियां हमें कभी भी माफ नहीं करेंगी। उन्होंने बताया कि पटियाला में आज से तीस साल पहले 70 फुट पर पानी आ जाता था जो आज 700 फुट से भी नीचे चला गया है और इसी तरह रामपूरा फूल में कुछ फुट पर मिलने वाला पानी 1200 फुट गहरा हो गया है और सबसे दुखदाई बात यह है कि यह पानी पीने योग्य भी नहीं है। 
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह बधाई के हकदार : जाखड़
कज़र् माफी के मुद्दे पर शिरोमणि अकाली दल द्वारा की जा रही सियासत को गैर वाजिब बताते हुए पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान व गुरदासपुर से सांसद सुनील जाखड़ ने कहा कि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को कैप्टन का विरोध करने की बजाय उनको बधाई देनी चाहिए क्योंकि उन्होंने किसानों का कर्ज़ माफ कर बहुत बड़ा काम किया है। 
कैप्टन पंजाब के दूसरे चौधरी छोटू राम : मनप्रीत बादल
वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा किसानों के हितों के लिए किए जा रहे  कार्यों की भरपूर प्रशंसा करते हुए उनको पंजाब के दूसरे चौधरी छोटू राम बताया। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटू राम के बाद यदि किसी ने राज्य के किसानों की बाजू पकड़ी है तो वह हैं कैप्टन अमरेन्द्र सिंह। इस मौके कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिन्द्र सिंह बाजवा व साधू सिंह धर्मसोत ने भी संबोधित किया। पूर्व विधायक जगबीर सिंह बराड़ ने सभी का स्वागत किया। सांसद चौधरी संतोख सिंह की अगुवाई में मुख्यमंत्री को विशेष तौर पर सिरी साहिब भेंट करके सम्मानित किया गया। समागम के समूचे प्रबंधों की रेखदेख कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के सलाहकार कैप्टन संदीप सिंह संधू कर रहे थे। 
शाहकोट व नकोदर को ग्रांटों के गफ्फे
मुख्यमंत्री ने शाहकोट उप चुनाव के मद्देनज़र शाहकोट के हलके के लिए 113 करोड़ व नकोदर हलके के लिए 50 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। उन्होंने बताया कि शाहकोट में 15 करोड़ रुपए सरकारी डिग्री कालेज सारंगवाल के लिए, 30 करोड़ 80 किलोमीटर सम्पर्क सड़कों की मरम्मत के लिए जबकि 20 करोड़ रुपए शाहकोट, लोहियां व मेहतपुर ब्लाक के 232 गांव के विकास कार्यों के लिए दिए जाएंगे। मंडियों के विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 11 करोड़ व 14 अलग-अलग गांव में पीने वाला पानी मुहैया करवाने के लिए 8 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया। इस तरह सीवरेज़ ट्रीटमैंट प्लांट के लिए 5 करोड़, लोहियां के नज़दीक गांव जक्कोपुर के पास पुल के निर्माण के लिए 8.5 करोड़  और सतलुज दरिया के साथ-साथ बाढ़ सुरक्षा के लिए 4 करोड़ रुपए जारी  किए गए हैं। इसके अतिरिक्त शाहकोट के स्कूलों के बुनियादी ढांचे के लिए 4 करोड़ रुपए, नगर पंचायत शाहकोट, नगर पंचायत मैहतपुर व नगर पंचायत लोहियां को भी ग्रांट देने का ऐलान किया। शाहकोट में भी दुध ‘चिलिंग’ सैंटर की मरम्मत के लिए भी 2.5 करोड़ दिए गए हैं। इस तरह मुख्यमंत्री ने नकोदर हलके की 289 किलोमीटर संपर्क सड़कों की मुरम्मत के लिए 24 करोड़, 34 मंडियों के विकास के लिए 9 करोड़, ग्रामीण सड़कों के 6 पुलों को चौड़ा करने के लिए 1 करोड़ और फगवाड़ा-नकोदर सड़क की मरम्मत के लिए 15 करोड़ रुपए जारी करने का भी ऐलान किया। इस मौके मार्कफैड के चेयरमैन अमरजीत सिंह समरा,   पूर्व संसद सदस्य महिंद्र सिंह के.पी., पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह, मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी. सोनू ढेसी, राणा गुरमीत सिंह सोढी, प्रगट सिंह, बावा हैनरी, नवतेज़ सिंह चीमा, चौधरी सुरिंदर सिंह, रमनजीत सिंह सिक्की, प्रमिंदर सिंह पिंकी, कुलबीर सिंह ज़ीरा, डा. राजकुमार चब्बेवाल, दर्शन सिंह बराड़, संगत सिंह गिलजीयां (सभी विधायक), जोगिंदर सिंह मान, सरवन सिंह फिल्लौर, विक्रमजीत सिंह चौधरी, डा. नवजोत सिंह दाहिया, ब्रिज भूपिंदर सिंह लाली, हरदेव सिंह लाडी शेरोवालिया, मलकीत सिंह दाखा, मनोज अरोड़ा, ज़िला कांग्रेस देहाती के प्रधान कैप्टन हरमिंदर सिंह, प्रदेश प्रधान दलजीत सिंह आहलूवालिया, सुरजीत सिंह मैनेजर, बब्बू खालसा, सतनाम बिट्टा, सुरिंदर कौर सीनियर डिप्टी मेयर व अन्य बहुत सारे नेता उपस्थित थे।
बिजली बिलों बारे नई तजवीज़
ट्यूबवैलों पर मीटर लगाने बारे नई तजवीज़ के बारे उन्होंने कहा कि राज्य में लगे 13.5 लाख ट्यूबवैलों में  केवल 900 ट्यूबवैलों पर मीटर लगाए जा रहे हैं और वह भी बिजली का बिल लेने के लिए नहीं, बल्कि पानी को बचाने के लिए लगाए जा रहे हैं। पानी को बचाने के लिए सरकार वैकल्पिक ढंगों पर विचार कर रही है और ऐसी तजवीज़ पर विचार किया जा रहा है, जिस के तहत किसानों को बिजली बिल की एक मुश्त राशि दे दी जाए। उन्होंने मिसाल के तौर पर बताया कि यदि सरकार द्वारा एक किसान को उसकी बिजली खपत बदले 10 हज़ार रुपए दिए जाते हैं तो उसके द्वारा केवल 7 हज़ार रुपए की बिजली का प्रयोग किया जाता है तो ऐसों में बाकी पैसे सरकार वापिस नहीं लेगी बल्कि किसानों की जेब में ही रहेंगे। जिससे साथ न केवल किसान को पैसे मिलेंगे बल्कि वह बिजली की बचत के लिए भी प्रेरित होगा।