यूपी और बिहार में भाजपा को झटका

लखनऊ/पटना, 14  मार्च (भाषा) : भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले आज एक चौंका देने वाला झटका लगा क्योंकि लोकसभा की उन तीनों सीटों पर उसके उम्मीदवार हार गए जिनके लिए उपचुनाव हुआ था। इन तीन सीटों में उत्तर प्रदेश में उसका गढ़ रहा गोरखपुर और फूलपुर तथा बिहार में अररिया शामिल है। भाजपा के लिए यह चौंकाने वाला चुनाव परिणाम त्रिपुरा सहित पूर्वोत्तर के तीन राज्यों में उसकी शानदार जीत के कुछ ही दिन बाद आया है। अन्य पिछड़ वर्ग (ओबीसी), दलित और मुस्लिम वोटों के एकीकरण होने से सपा उम्मीदवारों को गोरखपुर और फूलपुर में जीत मिली। गोरखपुर सीट का प्रतिनिधित्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच बार किया जबकि फूलपुर सीट पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 2014  के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। गोरखपुर में सपा के प्रवीण निषाद ने भाजपा के उपेंद्र दत्त शुक्ला को 21961  वोट से हराया,  यह सीट 1989  से भाजपा के पास थी। वहीं सपा के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल ने फूलपुर सीट पर भाजपा के कौशलेंद्र सिंह पटेल को 59,460  वोट से हराया। लालू प्रसाद की राजद ने अररिया लोकसभा सीट बरकरार रखी जहां उसके उम्मीदवार सरफराज आलम ने भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह को 60 हज़ार से अधिक वोट से हराया। यह जदयू.. भाजपा गठबंधन के लिए एक झटका है जो कि नीतीश कुमार के राजग में वापसी के बाद पहली बार चुनाव में उतरा था। भाजपा को थोड़ी राहत इस रूप में मिली कि उसकी उम्मीदवार रिंकी रानी पांडेय ने भभुआ विधानसभा सीट पार्टी के लिए बरकरार रखी। रिंकी रानी पांडेय ने कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंद्वी शंभु सिंह पटेल को करीब 14000 वोट से हराया। राजद ने जहानाबाद विधानसभा सीट बरकरार रखी जहां उसके उम्मीदवार सुदय यादव ने अपने प्रतिद्वंद्वी जदयू के अभिराम शर्मा को 30,000  वोटों के अंतर से हराया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने परिणामों को भाजपा के खिलाफ जनता के आक्रोष का एक प्रतिबिंब बताया। उन्होंने ट््वीट किया कि आज के उपचुनावों में जीतने वाले उम्मीदवारों को बधाई। नतीजों से स्पष्ट है कि मतदाताओं में भाजपा के प्रति बहुत क्रोध है और वो उस गैर भाजपाई उम्मीदवार के लिए वोट करेंगे जिसके जीतने की संभावना सबसे ज़्यादा हो। कांग्रेस यूपी में नवनिर्माण के लिए तत्पर है, ये रातों रात नहीं होगा। बिहार में उप-चुनाव में जीत के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा की उप-चुनाव में आये परिणाम के बाद कुमार में यदि अंतरात्मा बची हो तो वह अपना पराजय स्वीकार कर राजभवन जाकर पद से तत्काल इस्तीफा दे दें। जनता का समर्थन किसके साथ है यह विधानसभा चुनाव परिणाम के नतीजे से पता चल गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में उप-चुनाव के नतीजे इस बात का संकेत है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)  नीत सरकार के अंत की शुरुआत हो चुकी है।