सरकारी नौकरी से पहले नौजवानों को 5 साल फ़ौज किया जाये तैनात - संसदीय समिति सुझाव

नई दिल्ली, 15 मार्च - बजट सत्र के दौरान एक बार फिर से संसद में भारतीय फ़ौज के जवान और उनके पास मौजूद हथियारों के आधुनिक करने का मुद्दा गरमाया हुआ है। बीते दिन संसदीय स्थाई समिति ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए संसद में कहा कि मौजूदा समय भारतीय फ़ौज जवानों की कमी से जूझ रही है। जिसको जल्द पूरा करने की ज़रूरत है। सांसदीय स्थाई समिति ने अपनी रिपोर्ट में सुझाव देते हुए कहा कि देश में सरकारी नौकरी करने से पहले नौजवानों को पांच साल सरहद पर सेना की सर्विस में तैनात किया जाना चाहिए। केंद्रीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सरकारी नौकरी से पहले अगर लोगों को फ़ौज में लगाया जाये तो वह अधिक अनुशासित होंगे। समिति ने कहा कि भारतीय रेलवे से लेकर सभी सरकारी विभागों में नौकरी के लिए जितनी अर्ज़ियां आतीं हैं, उसमें आधी अर्ज़ियां फ़ौज के लिए आतीं हैं। लोगों का ध्यान सरकारी नौकरी हासिल करने के लिए तो है परन्तु देश की सेवा करने के लिए फ़ौज में आने की तरफ नहीं है।