जंग-ए-आज़ादी यादगार देखने के लिए दर्शकों में भारी उत्साह

करतारपुर, 18 मार्च (अ.स.): करतारपुर में स्थित जंग-ए-आज़ादी यादगार के दूसरे चरण को लोकार्पित करने के बाद पूरे पंजाब के लोगों में इस यादगार को देखने के प्रति भारी उत्साह नज़र आ रहा है। लोग अपने बच्चों को साथ लेकर इस जंग-ए-आज़ादी यादगार को देखने पहुंच रहे हैं। आज ‘अजीत समाचार’ ने जंग-ए-आज़ादी यादगार का दौरा किया तो देखा कि दर्शकों की वहां भारी भीड़ थी। पार्किंग में वाहन खड़े करने के लिए भी जगह नहीं बची थी। आडिटोरियम की 248 व मूवी थिएटर (सिनेमा) की 108 सीटें पूरी तरह भरी हुई थीं और फिल्म देखने के लिए लोग अगले शो का इंतज़ार कर रहे थे। इस संबंधी जालन्धर से आए राजिंदर कुमार व उनकी पत्नी व चंडीगढ़ से आए बलराज सिंह, चंडीगढ़ से आई एम.कॉम की छात्रा दीक्षा को जब इस जंग-ए-आज़ादी यादगार बारे पूछा तो उन्होंने कहा कि आज़ादी  संघर्ष को दर्शाती विभिन्न गैलरियां देखकर कहा कि यहां आकर हमें आज़ादी के संघर्ष में असंख्य कुर्बानियां करने वाले महान देशभक्तों बारे समूची जानकारी मिली है। इस संबंध में जंग-ए-आज़ादी फाऊंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय बुबलानी के साथ बात की गई तो उन्होंने बताया कि अब तक 2 लाख से अधिक दर्शक इस जंग-ए-आज़ादी यादगार को देख चुके हैं और 40 हज़ार से अधिक दर्शक लेज़र शो भी देख चुके हैं। उन्होंने बताया कि जंग-ए-आज़ादी को देखने के लिए 40 रुपए प्रति व्यक्ति व 20 रुपए प्रति बच्चा (18 वर्ष से अधिक) टिकट रखी गई है। लेज़र शो देखने की टिकट भी 40 रुपए है। 
इस संबंधी जंग-ए-आज़ादी यादगार के सहायक प्रबंधक रजत मरवाहा ने बताया कि यादगार में आडिटोरियम व मूवी थिएटर में स्वतंत्रता सेनानियों संबंधी फिल्में दिखाई जाती हैं और 6 गैलरियां हैं जिनमें पहली गैलरी में महाराजा रणजीत सिंह बारे जानकारी व 15 मिनट की थ्री-डी एनीमेशन फिल्म दिखाई जाती है। गैलरी नम्बर 2 में आज़ादी के संघर्ष के वर्षों बारे जानकारी व गैलरी नम्बर 3 में पंजाब को ब्रिटिश साम्राज्य में शामिल किए जाने व विरोध की लहरें, गैलरी नम्बर 4 में शहीद-ए-आज़म भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव को फांसी संबंधी जानकारी व गैलरी नम्बर 5 में जलियांवाला बाग कांड व लायलपुर खालसा कालेज अमृतसर संबंधी सारी जानकारी व 6 नम्बर गैलरी में अकाली मोर्चे व बब्बर अकाली लहर बारे जानकारी दी गई है। इसके अलावा कूका लहर, कूकों को तोप से उड़ाना व उन्हें पेड़ों पर फांसी पर लटकाने के दृश्य चित्रण बहुत बढ़िया ढंग से किया गया है। रजत मरवाहा ने बताया कि आज 1800 से भी अधिक दर्शकों ने यादगार को देखा और आगामी दिनों में विद्यार्थियों की परीक्षाओं के बाद दर्शकों की संख्या और भी बढ़ने की उम्मीद है।