मजीठिया द्वारा सिद्ध दंपति के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करने की मांग

चंडीगढ़, 19 मार्च (अ.स.) : पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्ध तथा उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्ध  के खिलाफ एसटीएफ की सीलबंद रिपोर्ट पेश करने के मामले में आपराधिक केस दर्ज करने की मांग की है। मजीठिया ने आज चंडीगढ़ में मीडिया के साथ बातचीत करते हुए बताया कि इस मामले में उनका साथ देने वाले तीसरे साथी के खिलाफ भी पर्चा दर्ज किया जाना चाहिए। सरकार इस बात का जबाव दे कि जब ड्रग मामले की निगरानी खुद हाईकोर्ट कर रहा है और सरकार द्वारा अपनी रिपोर्ट पेश करने के लिए समय मांगा गया है तो ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो सभी नियमों तथा कानून को ताक पर रखकर सीलबंद रिपोर्ट को गैरकानूनी ढंग से मीडिया में पेश करने का ड्रामा रच दिया गया। जबकि उक्त रिपोर्ट पुरानी और रद्द की हुई थी। मजीठिया ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि श्रीमती सिद्ध ने किस हैसियत से सीलबंद रिपोर्ट को पेश किया और यह गुप्त रिपोर्ट उनके पास कैसे पहुंची, इस बात का भी वह जवाब चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए कि सीलबंद रिपोर्ट किस तरह लीक हुई, किसने लीक की और किस साज़िश के तहत उस समय पेश की गई। जब दिल्ली के मुख्यमंत्री द्वारा उनसे ड्रग संबंधी लगाये आरोपों में माफी मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि एसटीएफ प्रमुख ने कानून की पढ़ाई की ज़रूर की है परंतु वह नैतिकता भूल गए हैं जिसके कारण इस पूरे मामले में वह भी आगे आकर जवाब दें। मजीठिया ने एसटीएफ प्रमुख पर नीजि रंजिश निकालने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि श्रीमती सिद्धू क्या प्रदेश के डीजीपी थे, गृह मंत्री थे या अदालत के मैसेंजर जो उनके द्वारा यह रिपोर्ट पेश करवाई गई। उन्होंने कहा कि मुझे आशंका है कि जानबूझ कर  श्रीमती सिद्ध द्वारा मुझे फंसाने के लिए गैर संवैधानिक तौर पर यह रिपोर्ट पेश करवाई गई है। उनके साथ इस समय पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा व महासचिव महेश इन्द्र सिंह ग्रेवाल भी उपस्थित थे।