वरिन्दर शर्मा द्वारा ज़लियांवाला बाग का मामला संसद में उठाने की ग्रेवाल द्वारा प्रशंसा

लंदन, 21 मार्च (मनप्रीत सिंह बधनीकलां) : एम.पी. वरिन्दर शर्मा द्वारा जहां एक तरफ बर्तानिया की प्रधानमंत्री थैरेसा मेय द्वारा ज़लियांवाला बाग के खूनी दुखांत संबंधी पीड़ितों से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे जाने के लिए संसद में अरली डे मोशन द्वारा प्रस्ताव लाया गया है, वहीं आन लाईन पटीशन द्वारा सरकार पर दबाव डाला जा रहा है। इसी क्रम तहत उन्होंने गत दिवस संसद में प्रधानमंत्री थैरेसा में सीधा सवाल करते हुए इस मुहिम का हिस्सा बनने के लिए आह्वान किया ताकि यू.के. के लोगों और आज की पीढ़ी को इस कांड से अवगत करवाया जा सके, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री थैरेसा मेय ने कहा कि वह बाद में चिट्ठी पत्र द्वारा इस सवाल का जवाब देगी। हंसलो के पूर्व मेयर और भाजपा ओवरसीज़ यू.के. के सीनियर उप-प्रधान स. दर्शन सिंह ग्रेवाल ने इस मुहिम का समर्थन करते हुए कहा कि एम.पी. वरिन्दर शर्मा ने ज़लियांवाला बाग के खूनी दुखांत  संबंधी भरी संसद में प्रधानमंत्री को सवाल करके समूचे भारतीयों की साझी आवाज़ बुलंद की है। उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग के खूनी दुखांत संबंधी भरी संसद में प्रधानमंत्री को सवाल करके समूचे भारतीयों की सांझी आवाज़ बुलंद की है। 
उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग के खूनी दुखांत की आ रही 99वीं वर्षगांठ के अवसर पर सरकार को अपील करते हैं कि हज़ारों निर्दोषों के बहे खून को 100 वर्ष बाद भी नज़रअंदाज़ न किया जाए और अपनी गलती स्वीकर करते हुए सार्वजनिक तौर पर बर्तानवी संसद में माफी मांगी जाए।