रोड रेज मामला नवजोत सिंह सिद्ध की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू

नई दिल्ली, 21 मार्च (इंट) : पंजाब के मंत्री और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्ध की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में 30 साल पुराने रोड रेज के एक केस में मंगलवार को अंतिम सुनवाई शुरू हो गई है। इस केस में सिद्ध  मुख्य आरोपी हैं, उनके ऊपर 65 वर्षीय एक बुजुर्ग की हत्या करने का आरोप लगा है। इस केस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सिद्ध  के राजनीतिक करियर पर खासा प्रभाव पड़ सकता है। अगर फैसला सिद्ध के विरोध में आता है तो उनका राजनीतिक करियर तबाह हो जाएगा। इस केस में जस्टिस जे चेमलेश्वर और संजय के कौल ने सुनवाई शुरू कर दी है। शुरुआती तर्क-वितर्क में सिद्ध के वकील ने उनके पक्ष में दलीलें पेश कीं। इस केस में कांग्रसी नेता के साथ उनके दोस्त रुपिंदर सिंह संधू भी आरोपी हैं। वरिष्ठ वकील आर.एस. चीमा ने मंगलवार को सिद्ध  की तरफ से दलीलें दी और उनके साथ ही रुपिंदर के वकील आर बसाल्ट ने भी अपने तर्क रखे। इस केस की शुरुआत 27 दिसम्बर 1988 की शाम को हुई थी जब उस शाम सिद्ध अपने दोस्त रुपिंदर के साथ पटियाला के शेरावाले गेट मार्किट गए थे। वहां उनकी कार पार्किंग को लेकर  65 वर्षीय गुरनाम सिंह नामक बुजुर्ग से लड़ाई हो गई थी, जिसमें सिद्ध  ने बुजुर्ग को धक्का दे दिया, जिसके कारण वह सड़क पर गिर गए। गुरनाम को तुरंत ही अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां उन्हें डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। मैडीकल रिपोर्ट में सामने आया कि गुरनाम की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। 1 दिसम्बर 2006 को सिद्ध और रुपिंदर को दोषी करार दिया गया। ऐसे केस में यूं तो 10 साल की सजा का प्रावधान है, लेकिन सिद्ध और उनके दोस्त को तीन-तीन साल की सजा सुनाई गई और सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए 10 जनवरी 2007 तक का वक्त दिया गया। सिद्ध ने लोकसभा से इस्तीफा दिया और सुप्रीम कोर्ट में अपील की। सर्वोच्च अदालत द्वारा उन्हें राहत मिल गई और उनकी सजा पर रोक लगा दी गई। तब से ही यह मामला सुप्रीम कोर्ट के पास है और अब इस पर अंतिम सुनवाई की जा रही है।