शमी को फिक्सिंग से क्लीन चिट, मिला बी ग्रेड करार
नई दिल्ली, 22 मार्च (वार्ता) : भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी को पत्नी हसीन जहां के रोज़ाना आरोपों के बीच गुरूवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से बड़ी राहत मिली और वह फिक्सिंग के आरोपों से मुक्त होने के साथ साथ बोर्ड का ग्रेड बी अनुबंध भी पा गये। बीसीसीआई का संचालन देख रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बोर्ड की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के प्रमुख और पूर्व दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार को शमी के खिलाफ फिक्सिंग के आरोपों की जांच करने के लिये कहा था। नीरज को इस जांच के लिये सात दिन का समय दिया गया था। शमी की पत्नी ने आरोप लगाया था कि शमी ने दक्षिण अफ्रीका दौरे से लौटने के बाद दुबई में अलीश्बा नाम की पाकिस्तानी महिला से फिक्सिंग के पैसे लिये थे। यह पैसे उन्हें ब्रिटेन में रहने वाले मोहम्मद भाई नाम के व्यक्ति की ओर से दिये गये थे।
नीरज ने सीओए को अपनी गोपनीय रिपोर्ट सौंप दी और इस रिपोर्ट के आधार पर सीओए ने यह निष्कर्ष निकाला कि इस मामले में बीसीसीआई की भ्रष्टाचार रोधी संहिता के तहत शमी के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करने की जरूरत नहीं है। बीसीसीआई ने इस आधार पर शमी को ग्रेड बी का वार्षिक अनुबंध सौंप दिया है जिसमें उन्हें सालाना तीन करोड़ रूपये मिलेंगे।