भगत सिंह चौक नाम रखने के मामले की सुनवाई 15 मई को : कुरैशी

अमृतसर, 22 मार्च (सुरिन्द्र कोछड़) : लाहौर के शादमान चौक का नाम बदलकर भगत सिंह चौक रखने तथा चौक में शहीद की प्रतिमा लगाने की लम्बे समय से चलती आ रही मांग बारे लाहौर हाईकोर्ट में चल रहे केस की अगली सुनवाई 15 मई को होगी। भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन संस्था के चेयरमैन इम्तियाज़ राशिद कुरैशी ने आज उक्त जानकारी साझी करते बताया कि यह मामला लाहौर हाईकोर्ट में जस्टिस शाहिद जमील खां की अदालत में भगत सिंह मैमोरियल फाऊंडेशन की तरफ से वकील अबदुल राशिद कुरैशी द्वारा दायर की गई है। उन्होंने बताया कि लाहौर के उक्त चौक के स्थान पर पहले इसके साथ लगती सैंट्रल जेल का फांसी घर हुआ करता था तथा इसी फांसी घर में 23 मार्च, 1931 को भगत सिंह, सुखदेव तथा राजगुरु को फांसी दी गई थी। पिछले कुछ वर्षों से शहीद भगत सिंह के भारतीय तथा सीमा पार के प्रशंसकों द्वारा उक्त चौक का नाम ‘भगत सिंह चौक’ रखे जाने की मांग की जा रही है। कुरैशी ने 23 मार्च को लाहौर के फव्वारा चौक के नाम से प्रसिद्ध शादमान चौक में मनाए जाने वाले शहीदी दिवस बारे बताया कि उक्त चौक में शाम 5 बजे मोमबत्तियां जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि भेंट की जाएगी तथा इस समारोह में पाकिस्तान के विभिन्न शहरों सहित भारत तथा अन्य देशों से भी लोग शामिल होंगे।
यह भी जानकारी मिली है कि पाकिस्तान के शहर फैसलाबाद के गांव बंगा के चक्क नम्बर 105 में मौजूद शहीद भगत सिंह के जन्म स्थान पर भी कल शुक्रवार 23 मार्च को शाम 4 बजे पाकिस्तान की संस्था कुकनास, पंजाब लोक सुजाग तथा पंजाबी लहर द्वारा शहीद भगत सिंह तथा साथियों के शहीदी दिवस मौके प्रोग्राम ‘मेरा रंग दे बसंती चोला’ करवाया जाएगा। मौजूदा समय शहीद भगत सिंह के उक्त जन्म स्थान को ‘हवेली भगत सिंह संधू’ का नाम देते इसका बड़ा हिस्सा अजायब-घर में तबदील कर दिया गया है। जहां शहीद भगत सिंह तथा उनके पारिवारिक सदस्यों सहित देश की आज़ादी में बड़ा योगदान डालने वाले 100 के करीब देश भक्तों की तस्वीरें लगाई गई हैं।