पावरकाम के चेयरमैन व डायरैक्टर लगाने के लिए कमेटी 6 को करेगी पैनल तैयार

जालन्धर, 24 मार्च (शिव शर्मा) : पावरकाम में पूर्व चेयरमैन इंजी. के.डी. चौधरी के बाद पावरकाम के ही किसी अधिकारी टैक्नोक्रेट को चेयरमैन बनाए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है क्योंकि मुख्य सचिव करण अवतार सिंह की चेयरमैनी में बनाई गई 3 सदस्यीय कमेटी के पास चेयरमैन सहित 3 डायरैक्टरों की नियुक्ति के लिए आवेदन आए हैं उनमें अधिकारियों ने ही अप्लाई किया है जो कि पावरकाम में लम्बे समय से सेवा निभा रहे हैं। श्री चौधरी की सेवामुक्ति के बाद आईएएस ए. वेणु प्रसाद चेयरमैन का कार्य देख रहे हैं। बताया जा रहा है कि 6 अप्रैल को कमेटी की अहम बैठक रख ली गई है, जिसमें कमेटी द्वारा आए चाहवानों के नामों में हर पद के लिए दो-दो उम्मीदवारों का पैनल तैयार किया जाएगा। इस पैनल को ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पास भेजा जाएगा जो कि चेयरमैन सहित डायरैक्टरों के पद के लिए उम्मीदवारों के नामों पर मोहर लगाएंगे। एक जानकारी के अनुसार ए. वेणु प्रसाद को जब चेयरमैन बनाया गया था तो उस समय के बाद अब भी कुछ क्षेत्रों में किसी आईएस अधिकारी को लगाने की भी चर्चा चल रही थी। परंतु इस समय सरकार तकनीकी विभाग के कारण इसी विभाग के अधिकारी को ही चेयरमैन की जिम्मेवारी देना चाहती हैं। एक जानकारी के अनुसार चेयरमैन सहित डायरैक्टरों की नियुक्ति के लिए तो कई पर्दे के पीछे अपनी पहुंच का प्रयोग कर रहे बताए जा रहे हैं। क्योंकि चेयरमैन सहित 3 डायरैक्टरों की पोस्टें काफी अहम हैं और इस पर समूचे पावरकाम की नज़रें हैं कि अप्रैल में किस अधिकारी को चेयरमैन और डायरैक्टर की जिम्मेदारी दी जा रही है। केन्द्र की योजनाओं के तहत मिले एक हज़ार करोड़ से अधिक के फंडों से तो बिजली सुधार कार्य को पिछले वर्षों में करवाए गए हैं परंतु इसके बाद लाइनों का नुकसान अधिक न घटना भी काफी चिंताजनक है। केन्द्र ने तो पंजाब सरकार को अपनी बिजली प्रणाली में सुधार के लाने के लिए लाइनों के नुक्सान कम करने के लिए सलाह दी थी। परंतु लाइनों के नुक्सान अधिक कम नहीं हुए हैं। बल्कि पिछले कुछ वर्षों में तो अपने लाइनों के नुकसान कृषि सैक्टर की सबसिडी में खर्चा डालकर लाइन नुक्सान कम दिखाने का मामला सामने आया था। इस मामले के सामने आने के बाद पंजाब बिजली रैगुलेटरी कमिशन ने सरकार से अधिक ली सबसिडी की राशि भी एडजैस्ट कर ली थी। पावरकाम के लगातार घाटे बढ़ रहे हैं तथा नए लगने वाले चेयरमैन के लिए भी यह चिंता का विषय हो सकता है। बिजली माहिरों का कहना है कि बिजली के लाइन के नुक्सान चोरी हो रही बिजली पकड़ने के लिए उड़नदस्तों को कसने की ज़रूरत है। आम लोगों पर तो लगातार बिजली महंगी का भार बढ़ रहा हैं जबकि लाइनों के नुक्सान को कम करने के लिए और भी युद्धस्तर पर काम किया जाना बाकी है।