डाइटीशियन में बनाएं कैरियर

खानपान को लेकर यूं तो इंसान हमेशा सजग रहा है वह इस बात को जानने की हमेशा से फिराक में रहता रहा है कि क्या खाया जाए जो सेहत के लिए बेहतर हो? लेकिन एक समय तक सबको इस तरह की जानकारियां हासिल करने की सुविधा नहीं थी, क्योंकि ऐसी जानकारियां रखने वाले लोग बहुत सीमित होते थे। नतीजतन उनकी सेवाएं हर किसी को नहीं मिल पाती थीं। लेकिन अब क्या खाया जाये, क्या न खाया जाये, क्या खाने से कैसी सेहत रहती है? इन तमाम महत्वपूर्ण सेहत संबंधी सवालों का एक व्यवस्थित हल, डायइटिशियन है। जी, हां! डाइटीशियन अब उसी तरह शिक्षित, प्रशिक्षित होकर शिक्षण संस्थानों से निकलते हैं जैसे इंजीनियर और डॉक्टर। यही वजह है कि ऐसे प्रोफेशनलों यानी डाइटीशियनों की संख्या काफी बढ़ गई है और निरंतर बढ़ती जा रही है। क्योंकि जैसे-जैसे इंसान की समझ विकसित होती जा रही है, वह अपने स्वास्थ्य को लेकर बहुत सजग हो गया है। यही वजह है कि आज बाजार में डाइटीशियनों की वैसी ही मौजूदगी है, जैसे किसी भी क्षेत्र विशेष के डॉक्टरों की बहुतायत है। शैक्षणिक योग्यता : डाइटीशियन बनने के लिए 10+़2 होना जरूरी है।  इसके साथ ही बारहवीं में होमसाइंस या विज्ञान होने से चयन में प्राथमिकता मिलती है। डाइटीशियन बनने के लिए बीएससी (होम साइंस) और एमएससी की डिग्रियां महत्वपूर्ण आधार का काम करती हैं। इस क्षेत्र में फूड एंड न्यूट्रिशियन डिग्री लेकर भी पहुंचा जा सकता है। नौकरी के अवसर : जैसा कि शुरु में कहा गया है कि डाइटीशियन की इन दिनों काफी ज्यादा मांग है; क्योंकि लोगों की फूड हैबिड काफी बिगड़ चुकी है, जिस कारण वह गलत खानपान के चलते अस्वस्थ रहते हैं। ऐसे में डाइटीशियन उनकी मदद करके उन्हें फिर से स्वस्थ बनाता है, इसी वजह से आजकल इनकी काफी ज्यादा मांग है। कहने की जरूरत नहीं है कि मांग में होने के कारण सैलरी भी ठीक मिल जाती है। एक शुरुआती डाइटीशियन को भी 20 से 25 हजार रुपये महीने की नौकरी आसानी से मिल जाती है। नौकरी के क्षेत्र : अस्पताल, कैटीन, नर्सिंग केयर, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में भी नौकरी के अवसर बतौर टीचर उपलब्ध हैं। लेकिन सबसे ज्यादा वह भी अच्छी तनख्वाह के साथ एक डाइटीशियन के लिए फाइव स्टार होटल, फूड मैन्यूफैक्चरिंग रिसर्च लैब, चाइल्ड हेल्थ केयर सेंटर, एयरलाइंस, ब्यूटी क्लीनिक, फिटनेस सेंटर और तमाम गवर्नमेंट हेल्थ डिपार्टमेंट में जगहें हैं। आप फ्रीलांस के तौरपर भी जरूरतमंद लोगों को अपनी सेवाएं दे सकते हैं। डाइटीशियन के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट के फील्ड में भी कार्य करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। यहां इनका कार्य कॉमर्शियल और हेल्थ के अनुरूप फूड रिसर्च करने का होता है। सरकार द्वारा संचालित संस्थानों में भी डाइटीशियन कार्य करते हैं। इस तरह के संस्थानाओं में कार्य करने वाले न्यूट्रिशियनिष्ट लोगों को ईटिंग हैबिट के बारे में जागरूकता पैदा करने का काम करते हैं। इसी तरह एक डाइटीशियन के लिए विदेशी संस्थानों में भी जॉब के अवसर होते हैं। (फ्यूचर मीडिया नेटवर्क)