हॉकी खेल के लिए लाभदायक है योगा का अभ्यास

विश्व प्रसिद्ध हॉकी कोच इस बात से पूरी तरह से सहमत हैं कि हॉकी खिलाड़ियों के खेल के हर विभाग में बेहतरीन प्रदर्शन करने के लिए आधुनिक योगा के अभ्यास की ज़रूरत है। आधुनिक हॉकी में जहां मानसिक तौर पर बहुत ज्यादा ताकतवर होने की ज़रूरत है, वहां जवाबी हमला और प्रतिक्रिया करने की भी कड़ी ज़रूरत है, वो भी ज्यादा चुस्ती से। इस पक्ष से योगा का अभ्यास बहुत मददगार साबित हो सकता है। क्योंकि काउंटर अटैक में निपुणता होनी हॉकी खेल की एक अहम ज़रूरत है। हॉकी खिलाड़ियों के फिटनेस प्रोग्राम के लिए विश्व भर में योगा का अभ्यास करवाया जा रहा है। यह मांसपेशियों की खींच शक्ति और उनको हर पक्ष से मजबूत करने में बहुत मददगार होता है। दूसरा किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए एकाग्रता बहुत ज़रूरी है।  एकाग्रता की कमी खिलाड़ी के शानदार प्रदर्शन में हमेशा रुकावट बनती है। योगा का अभ्यास, एकाग्रता की कमी को पूरा करता है। आधुनिक हॉकी में विरोधी पक्ष से गेंद को रुकावट डालकर छीनना बहुत ही महत्त्वपूर्ण है। इसके बाद जवाबी हमला चुस्ती की मांग करता है। चाहे यह कार्य देखने को साधारण लगता है लेकिन यह मुश्किल होता है। योगा का अभ्यास हॉकी खिलाड़ी के शरीर को इस पक्ष से लचक मुहैया करता है। लचक शरीर की वह योग्यता है, जो शरीर को पूर्ण हरकतों में मदद देती है। इस पक्ष से योगा का माध्यम लचकता को बहुत बढ़ाता है। हॉकी तेज गति का खेल है, जिसमें खिलाड़ी को बहुत दौड़ना पड़ता है। इसलिए उसको ज्यादा दम-खम की ज़रूरत है। योगा का निरंतर अभ्यास उसको इस पक्ष से भी काबिल बनाता है। योगा खिलाड़ी की शारीरिक थकावट को भी कम करता है और खेल के मैदान में खिलाड़ी की कार्यकुशलता में भी वृद्धि करता है। हॉकी खिलाड़ी की फिटनेस के लिए योगा में बहुत सारे आसन हैं, जिनका लगातार अभ्यास उसको इस पक्ष से निपुण बनता है। बहुत सारे लोगों की यह राय है कि योगा एक तरह का ध्यान (मैडीटेशन) है या इसका संबंध सिर्फ खींचने की शक्ति से है या कोई भजन बंदगी है। लेकिन असल में योगा अपने आप के बारे में सुचेत होना है, शारीरिक और मानसिक पक्ष से यहां एथलीट पर निर्भर करता है कि किस तरह के योगा को वह चुनता है, अभ्यास के लिए और योगा की कौन-सी क्रियाएं या तत्व उसकी व्यक्तिगत ज़रूरत को पूरा करते हैं। हॉकी खिलाड़ी होने के नाते मांसपेशियों का संतुलन बनाए रखना महत्त्वपूर्ण होता है, क्योंकि विशेष तौर पर यह खेल शरीर के एक हिस्से का प्राकृतिक रूप में पक्ष रखता है।