रमणीय दृश्यों से भरपूर वर्जिनिया वाटर झील 

दोपहर की शांति में हम हरी घास के कालीन पर चल रहे थे जो कुछ दूरी तक विशाल झील के स्पष्ट, झिलमिलाते जल तक बिछा था, मानों उससे आलिंगन कर रहा हो। झील की पृष्ठभूमि में प्राचीन वृक्षों के वुडलैंड हैं और सभी का अपना-अपना इतिहास है! हम इंग्लैंड के ग्रेट विंडसर पार्क के भाग  वर्जिनिया वाटर झील के शानदार, अनोखे, विहंगम दृश्यों का आनंद लेने यहां आए थे। एक समय पर 200 वर्षों तक यह राज-परिवार का पसंदीदा स्थल रहा और आज वर्जिनिया वाटर झील परिवारों, पैदल भ्रमण करने वाले पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थल है। समय के प्रभाव से परे, पुराने इतिहास में डूबे स्थलों को खोजने हम निकल पड़े। शानदार मनोरम दृश्यों वाले झील-मार्ग पर महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थलों को मार्क किया गया है।
वर्जिनिया-ब्रूक से वर्जिनिया वाटर लेक
सर्वप्रथम हम ध्यानाकर्षित करते हुए स्केच (रेखाचित्र) की ओर गए जिसमें सुसज्जित नावों का समूह दिखा और उनमें ड्यूक ऑफ कम्बरलैंड की भव्य योट भी थी। ड्यूक (देश के उच्च पद के संभ्रांत व्यक्ति) ने ही छोटी वर्जिनिया ब्रूक  (जल धारा) को विशाल झील में परिवर्तित करवाया जैसा हम देख रहे थे। ड्यूक विलियम ओगस्टस पार्क एरिया की देख-रेख करते थे और 1753 में वर्जिनिया जलधारा के उत्तरी सिरे पर डैम -बांध बना कर संसार की एक विशाल मानव रचित झील का निर्माण करवाया। पुराने श्वेत-स्वाह रेखा चित्रों, अलंकृत पुल, चाईनीज फिशिंग मंदिर एवं तुर्की खेमे दिखे, जो राज-परिवार के मनोरंजन स्थल की विशिष्ट सजावट थी। फिर 1768 की विनाशकारी बाढ़ के पश्चात् 1780 में जाकर किंग जॉर्ज तृतीय के भरसक प्रयत्नों से झील का विस्तार करके उसे पुन:रचित किया गया।
कैसकेड-झरना
झील मार्ग पर वर्जिनिया वाटर लेक के किनारे पर चलते हुए और रमणीय दृश्यों का आनंद लेते हुए हमें झरने की आवाज सुनी और कुछ आगे ही पत्थरों पर से शीघ्रता से बढ़ते जल का कैसकेड-झरना दिखा। 1768 तक यहां झरने के साथ-साथ एक गुफा और ग्रोटो भी था जो बाढ़ के प्रकोप से बह गया और फिर 1780 में कैसकेड का पुन: निर्माण किया गया। हमने नोटिस किया कि इस जगह पर बहती बोर्ज नदी का झरने के निकट से वर्जिनिया वाटर एरिया में निकास हो रहा था। नदी के जल का स्रोत ग्रेट विंडसर पार्क के उत्तरी दिशा या निचली दिशा में बहती छोटी जलधाराएं हैं। सुंदर झरने की अनेक तस्वीरें लेने के बाद हम आगे बढ़े।
पॉड हैड
घने वृक्षों से भरे मार्ग पर चलते हुए हम अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य वाले, विशाल खुले और हरे-भरे मैदान में पहुंचे। झील मीलों तक फैली थी और हम पत्थर की नक्काशी से बने कलात्मक स्थल पॉड हैड की ओर गए। यहां पर खड़े होकर ड्यूक ऑफ कम्बरलैंड विलियम ओगस्टस की सराहना किए बिना नहीं रहा गया जिन्होंने झरना और यह पॉड हैड निर्मित करवा कर वर्जिनिया वाटरस की प्राकृतिक सुंदरता को चार चांद लगाए। भयंकर वर्षा और तूफान में पॉड हैड स्थल संकटजनक स्थिति में फंस कर बह गया। यहां के अधिकतर निवासियों की जानें गईं। 1780 में किंग जोर्ज ने पॉड हैड स्थल की मुरम्मत करवाई।
मैडिटरेनियन समुद्र से ब्रिटेन तक - रोमन लेपटिस मैगना
इसके आगे का प्राकृतिक भ्रमण अति रोचक बना जब हमारे समक्ष प्राचीन रोमन नगर  लेपटिस मैगना के अवशेष प्रकट हुए। हम कल्पना में प्राचीन नगर में पहुंच गए जहां विशाल स्तम्भों, आर्चीस एवं कोरबिन को नगर के किसी भाग के रूप में सजाया गया होगा, जिन्हें 1826 में उत्तरी अफ्रीका से पुरातत्व खुदाई कर, यहां लाया गया था। लेपटिस मैगना ईसा पूर्व युग का आधुनिक लीबिया देश के त्रिपोली क्षेत्र का समृद्ध रोमन नगर था। शताब्दियों तक, रोमन साम्राज्य के पतन के पश्चात्, वह वीरान पड़ा रहा और धीरे-धीरे रेगिस्तान की रेत ने उसे ढक लिया।
1816 में कर्नल वारिंगटन को पुरातत्व खुदाई के दौरान लेपटिस मैगना नगर के थिएटर, मंदिर एवं मार्किट के अवशेष मिले। उन्होंने विशेष अनुमति लेकर 22 ग्रेनाइट स्तम्भ, 15 मार्बल कोलम, 25 पेडेसटेलस, 5 खुदे स्लेब, कोर्निस और अनेक अन्य अवशेषों को ब्रिटिश संग्रहालय की सज्जा के लिए इंग्लैंड भेजा। जब विभिन्न कारणों से उन्हें वहां स्थापित किया गया तो सभी अवशेषों को ग्रेट विंडसर पार्क में भेज दिया गया। इस प्रकार से मैरिटरेनियन समुद्र के अपने मूल स्थल से हजारों मील दूर, प्राचीन रोमन लेपटिस मैगना नगर का पुनर्जन्म ब्रिटेन की वर्जिनिया वाटर झील के किनारे हुआ।