रिज़र्व बैंक 2018 की आखिरी तिमाही से रेट्स में बढ़ौत्तरी की कर सकता है शुरुआत

नई दिल्ली, 8 अप्रैल (एजेंसी): रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया इस साल की चौथी तिमाही से नीतिगत दर बढ़ा सकता है। मॉर्गन स्टैनली की रिपोर्ट के मुताबिक, साल की आखिरी तिमाही तक इकॉनमी रिकवर कर चुकी होगी और आरबीआई अहम पॉलिसी रेट्स में इजाफा कर सकता है। मॉर्गन स्टैनली ने एक रिसर्च नोट में कहा, ‘2018 की चौथी तिमाही से दर वृद्धि की शुरुआत के दोहरे कारण हैं। आरबीआई के लक्ष्य की तुलना में महंगाई में कोई खास तेजी की आशंका नहीं है और तब तक आर्थिक सुधारों के मजबूत स्थिति में पहुंच जाने का अनुमान है।’2018-19 की पहली द्विमासिक मॉनिटरी पॉलिसी में आरबीआई ने रीपो रेट में कोई बदलाव न करते हुए उसे 6 प्रतिशत ही रखा था। मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी ने लगातार चौथी बार रेट्स में कोई बदलाव नहीं किया है। पिछले साल अगस्त से रीपो रेट 6 प्रतिशत ही है। कमिटी के पांच सदस्य, जिसमें आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल भी शामिल हैं, ने रीपो रेट में कोई बदलाव न करने के पक्ष में थे, वहीं एग्जिक्युटिव डायरैक्टर माइकल पात्रा इकलौते ऐसे सदस्य थे जो 25 बेसिस पॉइंट बढ़ाने के पक्ष में थे।