दलित क्रांति दल पंजाब का प्रधान पदाधिकारियों सहित बसपा में शामिल

फिरोज़पुर, 8 अप्रैल (जसविंदर सिंह संधू): एस.सी., एस.टी. एक्ट के साथ छेड़छाड़ मामले से भड़के दलित भाईचारे की नब्ज़ पहचानते हुए बहुजन समाज पार्टी द्वारा लोकसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दलित वोट बैंक को पुन: बसपा के साथ जोड़ने वाली योजना को समर्थन मिलना शुरू हो गया है। दलित क्रांति दल पंजाब द्वारा प्रधान लाल सिंह सुलहाणी के नेतृत्व में बसपा में शामिल होने की घोषणा कर दी गई। बसपा ज़िला प्रधान बलविंदर सिंह मलवाल की अध्यक्षता में एक सादे व प्रभावशाली समागम दौरान बसपा पंजाब प्रधान रछपाल सिंह राजू ने शामिल होने वालों का स्वागत करते हुए ऐलान किया कि बसपा 14 अप्रैल को ज़िला स्तर पर संविधान रचयिता डा. बी.आर. अंबेदकर की जयंति मनाएगी, जिसमें दलित भाईचारे की सामाजिक और धार्मिक समूह सोसायटियों को विशेष तौर पर शामिल किया जाएगा। एस.सी., एस.टी. कानून के साथ छेड़छाड़ की निंदा करते हुए बसपा पंजाब प्रधान राजू ने कहा कि दलित भाईचारे की हमदर्द होने का दिखावा करती कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अप्रैल सायं को तो शांतिपूर्वक पंजाब बंद होने पर दलित भाईचारे का धन्यवाद करता, जबकि 3 अप्रैल को सैकड़ों दलितों पर झूठे पर्चे दर्ज कर दिए गए, जो सरासर धक्केशाही है। उन्होंने कहा कि यदि दलित निर्दोष नेताओं पर दर्ज किए गए झूठे पर्चे रद्द न किए गए तो बसपा पुन: से सड़कों पर उतर कर कड़ा संघर्ष करेगी। बसपा को अल्पसंख्यक, दबे-कुचले लोगों की आवाज़ और अत्याचार का शिकार पीड़ित लोगों के हितों की राखी करने वाली पार्टी बताते हुए सूबा प्रधान राजू ने कहा कि बसपा हर वर्ग की भलाई सोचती हुई मांग करती है कि केन्द्र सरकार तुरन्त मंडल कमिशन की रिपोर्ट लागू कर बी.सी. वर्ग को भी बनता मान सम्मान दे। पंजाब में 13 की 13 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान करते हुए बसपा पंजाब प्रधान रछपाल सिंह राजू ने कहा कि बसपा ने सर्व समाज को साथ जोड़ने और बूथ स्तर तक कमेटियां गठित करने की रणनीति तहत सैक्टर स्तर पर पदाधिकारियों का चुनाव कर दिया गया है, अब बूथ स्तर पर 23 सदस्यीय टीमें गठित करेंगे। इस अवसर पर निर्मल सिंह इंचार्ज पंजाब बसपा, बलदेव सिंह मेहरा उपप्रधान पंजाब, लाल सिंह सुलहाणी, बलविंदर सिंह मलवाल, पूर्ण भट्टी, संत राम मल्लियां, सुखदेव सिंह शीरा, राकेश सचदेवा, राकेश भारतीय, जसविंदर सिंह चौहान आदि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।