स्व. आसमां जहांगीर के जीवन तथा संघर्ष विषय पर संगोष्ठी आयोजित

अमृतसर, 14 अप्रैल (राजेश कुमार) : स्थानीय विरसा विहार में ह्यूमन राईटस तथा पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की वकील स्व. आसमां जहांगीर के जीवन तथा संघर्ष पर आज संगोष्ठी करवाई गई जिसमें प्रसिद्ध लेखकों, पत्रकारों, बुद्धिजीवियों ने अपने-अपने विचार पेश किये। फोकलोर रिसर्च अकादमी, अमृतसर, हिन्द पाक दोस्ती मंच, जमहूरी, अधिकार सभा, पाकिस्तान इंडिया पीपल्स फोरम फार पीस एंड डैमोक्रेसी, माझा हाऊस और नैशनल ह्यूमन राईटस एंड क्राईम कंट्रोल आर्गेनाईजेशन के संयुक्त सहयोग से यह संगोष्ठी करवाई गई। हिन्द-पाक दोस्ती मंच के प्रधान श्री सतनाम माणक ने बड़े भावुक अंदाज में कहा कि कठुआ और उन्नाव की घटनाएं शर्मनाक तथा खतरनाक हैं। उन्हाेंने कहा कि ऐसे हालातों की वजह से हमारा देश टूट रहा है। श्री माणक ने कहा कि आज हम सबको आसमां जहांगीर की तरह बुराई के विरूद्ध डटकर लड़ने की जरूरत है। विरसा विहार के प्रधान केवल धलीवाल ने उन्नाव और कठुआ घटनाओं का हवाला देते हुए इसे मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया। उन्होंने कहा कि इससे पूरे देश में फिरकू दंगों वाले माहौल पैदा हो सकते हैं। फोकलोर अकादमी के प्रधान रमेश यादव ने बताया कि आसमां जहांगीर मुंबई के दंगों के समय मेरे और जतिन देसाई के साथ मिलकर बाल ठाकरे को मिलकर मसले को विचारा, गुजरात के दंगों के समय उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को मिलकर हालातों के बुरे प्रभावों से अवगत करवाया। प्रो. कुलदीप सिंह ने कहा कि आसमां ने हर तरह के हालातों में अपनी निडर सोच को कायम रखा और कभी भी बुरे हालातों को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। इस मौके पर दिलीप कुमार, पुष्पेंद्रा कुलश्रेष्ठा, प्रो. कुलदीप सिंह, डा. जसमीत नैयर, लेखक भुपिंदर संधू, ने भी अपने बेहतरीन विचार पेश किये। इस संगोष्ठी में कमल गिल, हरजीत सिंह, कर्मजीत सिंह, डा. जोगिंदर सिंह, अमरजीत सिंह, सुखराज सिंह, जगरूप सिंह, अश्वनी अवस्थी, डा. हीरा सिंह, ओंकार सिंह इत्यादि उपस्थित थे।