अमरीका, फ्रांस व ब्रिटेन ने सीरिया पर किया हमला

दमिश्क, 14 अप्रैल (एजेंसी) : अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस ने कथित रासायनिक हथियार हमलों के जवाब में आज बशर अल असद के सीरियाई सरकार के खिलाफ कई हवाई हमले किए। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रासायनिक हमलों को ‘‘दानवी अपराध’’ करार दिए हैं। ट्रंप ने व्हाइट हाऊस से एक संबोधन में इस कार्रवाई की घोषणा की। रूस की चेतावनी के बावजूद यह घोषणा की गई। ट्रंप के हवाई हमलों की घोषणा करने के बाद सीरिया की राजधानी तेज विस्फोटों से दहल उठी। इन हमलों ने सात साल के बर्बर गृहयुद्ध के नए अध्याय के संकेत दिए। शहर में स्थानीय समयानुसार सुबह चार बजे लगातार कई विस्फोटों की आवाज़ सुनी जिसके बाद विमानों के गरजने की आवाज़ आई और राजधानी के पूर्वी और उत्तरी छोरों से आसमान में घना धुआं उठता दिखाई दिया। सुबह होने पर सीरियाई लोग हमलों के विरोध में राजधानी के बीचोंबीच सरकारी झंडों के साथ सड़कों पर उतर आए। दमिश्क में सैकड़ों लोग ओमाय्याद चौक पर एकत्रित होकर सीरियाई, रूसी और ईरानी झंडे फहराए। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमरीकी बलों को सीरियाई तानाशाह बशर अल असद की रासायनिक हथियार क्षमताओं से जुड़े लक्ष्यों पर ‘‘सटीक हमलों’’ के आदेश दिए हैं। सीरिया के डूमा में पिछले सप्ताहांत संदिग्ध ज़हरीली गैस हमले में कई लोग मारे गए थे। ट्रंप ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ‘‘यह किसी व्यक्ति की कार्रवाई नहीं है, यह एक दानव के अपराध हैं।’’ फ्रांस और ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाओं के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है। हम दोनों देशों का आभार जताते हैं। उन्होंने आज ब्रिटेन, फ्रांस और अमरीका ने क्रूरता और नृशंसता के खिलाफ अपने उचित अधिकारों का इस्तेमाल किया। वाशिंगटन में शीर्ष जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने कहा कि हमलों में दमिश्क तथा होम्स प्रांत में वैज्ञानिक शोध केन्द्र, भंडारण केन्द्रों तथा एक कमान पोस्ट सहित अन्य जगहों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा कि सीरियाई सतह से वायु में हमला करने वाली मिसाइलों ने जवाबी कार्रवाई की लेकिन किसी नुक्सान की खबर नहीं है। सीरियाई सरकारी मीडिया ने कहा कि हमले को रोकने के लिए वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय किया गया है और राजधानी में धुआं उठने की तस्वीरें प्रकाशित की गईं। मध्य दमिश्क की एक रैली में 48 साल के नेधर हम्मौद ने अमरीकी मिसाइलों को ‘‘मार गिराते’’ देखने का दावा किया। सीरिया के विदेश मंत्रालय ने हमलों को  ‘‘नृशंस, बर्बर और आक्रामक’’ बताते हुए इसकी निंदा की। ट्रंप ने रूस और ईरान को दमिश्क में अपने सहयोगी के साथ खड़े नहीं होने की चेतावनी दी।