पदक विजेताओं का अभिनंदन

नई दिल्ली/सोनीपत 17 अप्रैल (वार्ता): राष्ट्रमंडल खेलों में खिताबी हैट्रिक बनाने वाले पहलवान सुशील कुमार, चार पदक जीतने वाली टेबल टेनिस खिलाड़ी मणिका बत्रा और मुक्केबाजी की स्वर्ण पदक विजेता एमसी मैरीकॉम सहित भारतीय खिलाड़ियों का मंगलवार सुबह ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट से स्वदेश लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। भारत के लिए सोना जीतकर स्वदेश लौटे खिलाड़ियों को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फूल मालाओं से लाद दिया गया। ढोल नगाड़ों की थाप के बीच खिलाड़ियों का स्वागत हुआ और मिठाइयां बांटी गयीं। सुशील और मणिका का तो खुली जीप में जुलूस निकाला गया। 
स्वदेश लौटे खिलाड़ियों में कुश्ती और मुक्केबाजी टीम शामिल थी। पहलवान सुशील कुमार और सुमित मलिक ने स्वदेश लौटते ही योगगुरु बाबा रामदेव से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया जबकि मैरीकॉम ने दोपहर में भारतीय मुक्केबाजी संघ द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि उनका संन्यास लेने का कोई इरादा नहीं है और वह 2020 के टोक्यो ओलम्पिक में देश के लिए सोना जीतना चाहती हैं। दो स्वर्ण सहित चार पदक जीतने वाली मणिका ने अपने स्वागत से अभिभूत होते हुए कहा, ॑मैं अपने प्रदर्शन से बेहद खुश हूं और मैं हमेशा से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना चाहती थी।॑
इन खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया से लेकर आ रहे विमान ने करीब साढ़े पांच बजे भारतीय धरती को छुआ और करीब छह बजे खिलाड़ियों का हवाई अड्डे से बाहर निकलने का सिलसिला शुरू हुआ। सबसे पहले बाहर निकलने वालों में पहलवान सुशील थे जिन्हे उनके समर्थकों ने कंधों पर उठा लिया। भारी तादाद में दिल्ली एयरपोर्ट पर लोग हाथों में मालाएं लेकर इनके आने का इंतजार कर रहे थे और जैसे ही सुशील, मैरीकॉम और मणिका बाहर निकले, प्रशंसकों  ने चैम्पियनों को फूल मालाओं से लाद दिया। स्वर्ण पदक की हैट्रिक लगाने वाले सुशील स्वदेश लौटते ही योगगुरु बाबा रामदेव से मुलाकात करने पंहुचे और उनका आशीर्वाद लिया। सुशील के साथ 125 किलो फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण जीतने वाले उनके साथी पहलवान  सुमित भी रामदेव से मुलाकात करने पहुंचे। सुशील से मुलाकात के बाद बाबा रामदेव ने कहा,॑हम सभी को सुशील और सुमित पर गर्व है। इन दोनों पहलवान ने देश का गौरव बढ़ाया है और देश के युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।॑ अपने स्वागत से अभिभूत सुशील ने कहा, ॑यह सब देशवासियों और स्वामी जी का आशीर्वाद था, जो मैं अच्छा प्रदर्शन कर पाया।॑ उन्होंने साथ ही कहा कि वह भारत के लिए आगे भी खेलते और पदक जीतते रहना चाहते हैं। मणिका ने कहा कि वह अपने प्रदर्शन से काफी खुश हैं। माणिका के स्वागत के लिए उनके प्रशंसक और परिवार के लोग मौजूद थे। मणिका को भी मालाओं से लाद दिया गया और खुली जीप में उनका जुलूस निकला।
गोल्ड विजेता बजरंग पूनिया का हुआ स्वागत  : आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों की कुश्ती स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया का आज सोनीपत में जोरदर स्वागत किया गया। बजरंग ने राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुष फ्रीस्टाइल के 65 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता।  बजरंग को दिल्ली हवाई अड्डे से बहालगढ़ होते हुए खुली जीप में सोनीपत लाया गया। उन्हें शहर के मुख्य मार्गों पर जीप में घुमाया गया।  बजरंग ने इस मौके पर कहा, ‘हम जो भी काम करें उसे पूरी लगन और मेहनत से करना चाहिए और अपना शत प्रतिशत देना चाहिए।’ उन्होंने युवाओं को कड़ी मेहनत और अनुशासन ही सफलता का मूल मंत्र की नसीहत देते हुए जीवन में आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। बजरंग ने अपनी आगामी योजनाओं पर कहा कि उनका अगला लक्ष्य एशियाई खेल और ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन करना है। 
मनिका को टेबल टेनिस की साइना और सिंधू बनने की उम्मीद  : गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में शानदार प्रदर्शन करके सुर्खियां बटोरेने वाली मनिका बत्रा को उम्मीद है कि उन्होंने देश में टेबल टेनिस क्रांति लाने के लिए पर्याप्त प्रदर्शन किया है जैसा कि साइना नेहवाल और पीवी सिंधू ने बैडमिंटन के लिए किया। बाइस साल की इस खिलाड़ी ने राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी सभी चार स्पर्धाओं में पदक जीते जिसमें महिला एकल और टीम चैंपियनशिप के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक भी शामिल हैं। दिल्ली हवाई अड्डे में गर्मजोशी से स्वागत के बाद मनिका ने पीटीआई से कहा, ‘धीरे धीरे यह भावना (चार पदक जीतना) मेरे जहन में उतर रही है। उम्मीद करती हूं कि हमारे खेल को बैडमिंटन की राह पर ले जाने के लिए यह पर्याप्त होगा। अगर यह भारत में टेबल टेनिस को उस राह पर ले जाती है तो यह उपलब्धि और अधिक महत्वपूर्ण होगी।’ 
अपनी इस उपलब्धि के दौरान मनिका ने तीन बार की ओलंपिक पदक विजेता और दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी सिंगापुर की फेंग तियानवेई को दो बार हराया और उनके प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें बधाई दी। मनिका ने कहा, ‘प्रतिक्रिया अविश्वसनीय थी। जब खेल गांव में साइना, सिंधू और सुशील कुमार ने मुझे बधाई दी तो मुझे काफी अच्छा लगा।’ फेंग को दो बार हराने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘उसे दो बार हराना संतोषजनक रहा और ऐसा करने के लिए दोनों ही मैचों में मुझे अपना खेल बदलना पड़ा।