रोहडू के कुशैनी गांव में भीषण अग्निकांड में दर्जनों घर जले 

शिमला, 18 अप्रैल (विनोद पाठक) : रोहडू-टिक्कर के कुशैनी गांव में सुबह 3 बजे के करीब भयंकर आग लग गई। आग की चपेट में आने से 41 के घर जलने की सूचना है। अग्निकांड में किसी तरह का जानी नुक्सान नहीं हुआ है और आग पर काबू पा लिया गया है। जानकारी के मुताबिक आज सुबह लगभग साढ़े तीन बजे सूचना मिली कि रोहडू के कुशैनी गांव में आग लग गई। यहां पर लगभग 200 के करीब घर हैं, जिसमें 41 घर जल गए। पुलिस समेत 400 के लगभग लोगों ने कड़ी मशक्कत से आग बुझाई। रोहडू से यहां अग्निशमन की एक गाड़ी आई, पर उसमें पानी नहीं था। लोग अपने स्तर पर आग बुझाने में जुटे रहे। अग्निकांड में करोड़ों का नुक्सान आंका जा रहा है। आगजनी में 41 परिवार बेघर हो गए हैं। आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है। ज़िला अग्निशमन अधिकारी डीसी शर्मा ने मामले की पुष्टि की है।
प्रभावितों में कांग्रेस नेता हरीश जनारथा और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बलबीर तेगटा भी शामिल हैं। सीएम जयराम ठाकुर, पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने इस घटना को लेकर दुख जताया है।  जले हुए मकानों में कई पुशतैनी घर आग की भेंट चढ़ें हैं। सीएम ने कहा कि अग्निकांड प्रभावितों को हर संभव मदद दी जाएगी। बिना पानी आग बुझाने पहुंची अग्निशमन  गाड़ी  : किसी भी आपदा आने पर अपनी बेहतर सेवा देने का दावा करने वाले अग्निशमन विभाग की पोल बुधवार सुबह तब खुल गई, जब आग बुझाने अग्निशमन विभाग की पहली गाड़ी बिना पानी के ही मौके पर पहुंच गई। फ ायर ब्रिगेड को समय पर सूचना देने के बावजूद अग्निशमन की गाड़ी मौके पर देर से पहुंची और वो भी बिना पानी। फि र कुछ देर बाद मौके पर रहने के बाद गाड़ी पानी भरने गई। अगर फायर ब्रिगेड यह लापरवाही न करती, तो आग पर समय रहते काबू पाया जा सकता था और करोड़ों का नुक्सान होने से बच जाता। कुशैनी गांव रोहडू से करीब 28 किलोमीटर दूर है। आने में थोड़ी देर लगना लाजमी है, लेकिन आग बुझाने के लिए बिना पानी की गाड़ी का मौके पर पहुंचना विभाग की पोल खोल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने किया मौके का दौरा  : हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज अग्नि पीड़ित लोगों से मिले और उन्हें आश्वासन दिया कि आपकी हर तरह से सहायता की जाएगी और कुछ ही क्षणों में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भी यहां पहुंचे। पूर्व मुख्यमंत्री कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह, स्थानीय विधायक मोहनलाल बरागटा भी अग्नि कांड पीड़ित लोगों से मिले।प्रभावितों को 10-10 हजार रुपए की फ ौरी राहत : प्रभावित लोगों की मदद के लिए ज़िला प्रशासन शिमला द्वारा राहत व पुनर्वास कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। हादसे की सूचना प्राप्त होते ही उपायुक्त शिमला अमित कश्यप मौके पर पहुंचे और पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए। उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने बताया कि आग से 54 परिवार प्रभावित हुए हैं तथा 36 मकान जल गए हैं। इस हादसे में जान का कोई नुक्सान नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि आग को काबू करने के लिए 4 टेंडर को काम में लगाया गया, प्रभावितों को प्रति परिवार 10-10 हज़ार रुपए की फ ौरी राहत राशि प्रदान की गई है। उन्हें कंबल भी प्रदान किए गए हैं तथा पीड़ितों के लिए कम्युनिटी किचन तथा रहने के लिए कम्युनिटी सेंटर में व्यवस्था की गई है। लोगों को मौके पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए चिकित्सकों को तैनात किया गया है। ज़िला खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति अधिकारी को जरूरी खाद्य वस्तुएं तथा राशन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने अग्निकांड पर शोक व्यक्त किया मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अग्निकांड पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अग्निकांड के बेघर हुए  पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस दु:खद घटना से बुरी तरह आहत हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि दुख की इस घड़ी में प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों के साथ हैं मुख्यमंत्री ने ज़िला प्रशासन को तुरंत राहत व बचाव कार्यों के निरीक्षण व संचालन के निर्देश दिए। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, विधायक नरेन्द्र बरागटा अपनी टीम सहित उपायुक्त अमित कश्यप तुरंत घटना स्थल पहुंचे तथा राहत व बचाव कार्यों की निगरानी की व अन्य आवश्यक प्रबंधों को अजाम दिया। वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जुब्बल कोटखाई के विधायक नरेन्द्र बरागट ने आग लगने पर दुख प्रगट किया है। विधायक नरेन्द्र बरागटा आग लगने की सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुट गए और मौके पर सरकार प्रशासन के द्वारा अग्निकांड पीड़ितों को हर संभव सहायता के काम को सुनिश्चित किया।