बीआरटीएस अधीन चलाई बसों के अच्छे दिन आने की संभावना

अमृतसर, 19 अप्रैल (राजेश कुमार) : पंजाब की पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा पंजाब बस मैट्रो सोसइटी एंड कार्पोरेशन के सहयोग से बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (बीआरटीएस) अधीन महानगर में चलाई गई बसों पर आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रही हैं लेकिन अब इस प्रोजैक्ट के अच्छे दिन आने की संभावना है। सूत्रों मुताबिक जून में प्रोजैक्ट के बाकी बचे कार्य को पूरा कर लिया जायेगा जिसके बाद चलने के इंतजार में खड़ी बसें सड़कों पर दौडेंगी। बताते चले कि पूर्व सरकार द्वारा पिछले वर्ष महानगर में 550 करोड़ रुपये की लागत से इस प्रोजैक्ट की शुरुआत की थी और इसके पहले पड़ाव में ही 55 बसें चलाने का वादा किया था। जिसके बाद कुछ समय के लिए इसका रेलवे स्टेशन से लेकर इंडिया गेट तक का ट्रायल भी किया गया। जिस दौरान बसों में सवारियों की भारी तादाद देखने को मिली थी लेकिन 1 जनवरी 2017 के बाद इन बसों का किराया लेना शुरू कर दिया गया। मौजूदा समय में यह बसें 2 मेन रूटों पर चल रही हैं जिसमें वेरका से इंडिया गेट तथा रेलवे स्टेशन से इंडिया गेट शामिल हैं। इन दोनों रूटों पर करीब 14 बसें चल रही हैं जिनका किराया 10 से 15 रुपए रखा गया है लेकिन अधिकतर देखने को यही मिल रहा है कि इन बसों में आधी सीटें भी बड़ी मुश्किल से भर पा रही हैं। कई बार तो केवल बस चालक  और कंडक्टर ही खाली बसों को सड़कों पर घूमाते रहते हैं। इन हालातों में यह बसें आर्थिक मंदी की मार झेलने में लगी हुई हैं लेकिन अब इस प्रोजैक्ट के मुख्य रूट बस स्टैंड के कार्य को जून में मुकम्मल किये जाने की संभावना है। विभाग से संबंधित एक अधिकारी मुताबिक बस स्टैंड और सिवल अस्पताल इन दो रूटों पर कार्य चल रहा है जिसके मुकम्मल होने के बाद बस स्टैँड पर भी बसों का आवागन तेज हो जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रोजैक्ट का बस स्टैंड रूट सबसे अहम है जहां से सबसे अधिक सवारीयां हैं लेकिन कार्य निर्माणाधीन होने से बसों को वेरका-बाईपास बस अड्डे खड़ा किया हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि मौजूदा समय में कंपनी के पास 79 बसें हैं और पूरी बसों के चलने से जहां इसकी आर्थिकमंदी में सुधार होगा साथ ही नौजवानों को रोजगार भी मिलेगा।