पंजाब मंत्रिमंडल का विस्तार आज

चंडीगढ़, 20 अप्रैल (हरकवलजीत सिंह) : पंजाब मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पिछले कई दिनों से चल रही सरगर्मियों के बाद आज शाम कांग्रेस के राष्ट्र अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा 9 नये कैबिनेट मंत्रियों की सूची को मंजूरी देने के अलावा मौजूदा राज्यमंत्री श्रीमती रजिया सुलताना व श्रीमती अरूणा चौधरी को भी कैबिनेट मंत्री की तरक्की देने के लिए हरी झंडी दे दी गई। पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि इन नये मंत्रियों को कल शाम 6 बजे पंजाब राजभवन में पद की शपथ दिलाई जायेगी। इस शपथ ग्रहण समारोह के दौरान 9 नये मंत्रियों को शपथ दिलवाने के अलावा पंजाब के राज्यपाल श्री वी.पी.सिंह बदनौर द्वारा दोनों राज्यमंत्रियों को भी कैबिनेट मंत्रियों के तौर पर द्वारा शपथ दिलाई जायेगी। मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा शपथ ग्रहण के लिए पंजाब राजभवन को जो 11 नामों की सूची भेजी गई है उसमें ओम प्रकाश सोनी, राणा गुरमीत सिंह सोढी, श्रीमती अरुणा चौधरी, श्रीमती रजिया सुल्ताना, स. सुखजिन्द्र सिंह रंधावा, स. गुरप्रीत सिंह कांगड़, स. सुखविन्द्र सिंह सरकारिया, स. बलवीर सिंह सिद्धू, श्री विजय इन्द्र सिंगला, श्री श्याम सुंदर अरोड़ा व श्री भारत भूषण आशू शामिल हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने ‘अजीत समाचार’ को बताया कि मंत्रिमंडल में नए मंत्रियों के शामिल होने से उनको जो 42 विभागों का काम देखना पड़ रहा था वह हलका हो जाएगा व सरकार के कामकाज में तेज़ी आने के साथ सरकारी कामकाज में सुधार भी होगा। उन्होंने कहा कि उक्त विस्तार के लिए सीनियरता को मुख्य तौर पर प्राथमिकता दी गई है व अलग-अलग क्षेत्रों व वर्गों को भी नुमाइंदगी देने की कोशिश की गई है ताकि आम लोगों की सरकार तक पहुंच और आसान बन सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि आने वालों दिनों में वह कुछ और विधायकों को भी बोर्डों, कार्पोरेशनों का काम देखने की जिम्मेवारी सौंपेंगे व सभी मंत्रियों के साथ नये विधायकों को लैजीस्लेटिव असिस्टैंट लगाने का भी प्रस्ताव है ताकि उनको सरकारी कामकाज समझने का मौका मिल सके। मुख्यमंत्री ने बताया कि इन सभी मंत्रियों के लिए विभागों का ऐलान बाद में किया जाएगा। वर्णनीय है कि पिछले दो दिनों से दिल्ली में चल रहे मंत्रिमंडल विस्तार संबंधी विचार-विमर्श व उससे पहले चंडीगढ़ में भी विचार चर्चा में पार्टी हाईकमान द्वारा हरीश चौधरी, श्रीमती आशा कुमारी व प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ भी शामिल रहे।
सभी मुख्य नेताओं को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिला :
कांग्रेस हलकों में यह भी चर्चा है कि पार्टी के सभी मुख्य नेता मंत्रिमंडल में अपने समर्थक या प्रतिनिधि शामिल करवाने में कामयाब रहे हैं तथा मंत्रिमंडल में इस वृद्धि दौरान लगभग सभी वरिष्ठ नेताओं की सुनवाई ज़रूर हो गई है। समझा जाता है कि ओ.पी. सोनी जोकि श्री अमृतसर से कैबिनेट मंत्री के लिए चुने गए हैं, एक वरिष्ठ विधायक के अतिरिक्त पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के भी निकटवर्ती समझे जाते हैं जबकि सुखजिन्द्र सिंह रंधावा जोकि डेरा बाबा नानक हलके से हैं, तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं तथा प्रदेश कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ व मुख्यमंत्री के निकटवर्ती समझे जाते हैं। इसी तरह स. गुरप्रीत सिंह कांगड़ भी तीन बार विधायक बनने के अतिरिक्त जाखड़ व मुख्यमंत्री के करीब समझे जाते हैं। राणा गुरमीत सिंह सोढी जो चौथी बार विधायक बने हैं, भी मुख्यमंत्री के कोटे में बने मंत्री समझे जाते हैं, जबकि विजय इन्द्र सिंगला व भारत भूषण आशू जो संगरूर व लुधियाना पश्चिमी हलकों का प्रतिनिधित्व करते दूसरी बार विधायक बने हैं, को पार्टी हाईकमान के कोटे से मंत्री बनाए जाने की चर्चा है।  सुखविन्द्र सिंह सरकारिया जो राजासांसी से तीसरी बार विधायक बने हैं, भी मुख्यमंत्री के कट्टड़, समर्थक समझे जाते हैं। स. बलबीर सिंह सिद्ध जो अजीत नगर का प्रतिनिधित्व करते हैं, मुख्यमंत्री के भी निकट रहे हैं तथा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हरीश चौधरी के भी निकटवर्ती समझे जाते हैं जबकि होशियारपुर से श्याम सुंदर अरोड़ा जोकि दूसरी बार विधायक बने हैं, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता श्रीमती अम्बिका सोनी के निकटवर्ती व समर्थक माने जाते हैं। पार्टी हलकों का मानना है कि वरिष्ठता को मुख्य मुद्दा बनाकर पार्टी हाईकमान द्वारा मंत्रिमंडल में वृद्धि के लिए वरिष्ठता को मुख्य शर्त बनाकर पार्टी में सभी नेताओं को बराबर प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है ताकि संसदीय चुनावों से पहले राज्य में पार्टी को चुनावों के लिए तैयार किया जा सके लेकिन राजनीतिक हलकों में दो नौजवान नेताओं गिद्दड़बाहा से राजा वड़िंग व सरहंद से कुलजीत सिंह नागरा में से किसी एक को भी मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने पर हैरानी व्यक्त की जा रही है। इसी तरह स. रणदीप सिंह नाभा जिनको विधानसभा चुनावों के अवसर पर कांग्रेस प्रधान श्रीमती सोनिया गांधी के हस्तक्षेप से पार्टी टिकट मिली थी तथा पांचवीं बार विधायक भी बने हैं, की मंत्रिमंडल में शिरकत न होना हैरानी का मुद्दा है, हालांकि विगत में उन संबंधी यह प्रभाव ज़रूर रहा है कि वे मुख्यमंत्री से दूर चले गए थे। इस तरह जालन्धर छावनी से विधायक स. परगट सिंह जोकि दूसरी बार विधायक बने हैं तथा कैबिनेट मंत्री स. नवजोत सिंह सिद्ध के बड़े समर्थक समझे जाते हैं, की भी मंत्रिमंडल में शिरकत न होना हैरानीजनक है, हालांकि सरकारी हलकों का कहना है कि मुख्यमंत्री उनको पंजाब स्टेट स्पोर्ट्स अथार्टी का कैबिनेट मंत्री रैंक में प्रमुख लगाना चाहते हैं।
नए मंत्रियों के लिए कमरे व स्टाफ का प्रबंध हुआ :
इसी दौरान पंजाब के मुख्य सचिव के आदेशों पर पंजाब सिविल सचिवालय में 9 मंत्रियों के लिए कमरे तैयार कर लिए गए हैं जिनमें कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से भी खाली करवाए गए हैं। सचिवालय प्रशासन इन कमरों की साफ-सफाई व मुरम्मत का काम पिछले दो-चार दिनों से ज़ोर-शोर से कर रहा है। इसी तरह नए मंत्रियों के साथ स्टाफ की नियुक्तियों के लिए भी आज संबंधित विभाग द्वारा उपलब्ध स्टाफ की सूचियां तैयार कर ली गईं, जबकि परिवहन विभाग द्वारा भी इन मंत्रियों को मुहैया करवाने के लिए 9 कारों का भी प्रबंध किया गया है।
मुख्यमंत्री आज चंडीगढ़ लौटेंगे :
मुख्यमंत्री पंजाब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह कल प्रात: चंडीगढ़ लौट आएंगे तथा कल सायं पंजाब राजभवन में शपथ ग्रहण समारोह में शिरकत करेंगे। मुख्यमंत्री द्वारा आज मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले सभी मंत्रियों को स्वयं टैलीफोन कर उनके चुनाव संबंधी सूचित किया गया तथा उनको कल सायं 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह से कुछ समय पहले ही पहुंचने के आदेश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा दिल्ली से ही राज्यपाल को नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह संबंधी सूचित किया गया तथा शपथ लिए जाने वाले मंत्रियों के नामों की सूची भी भेजी गई है। पंजाब राजभवन द्वारा आज सायं मिली सूचना के बाद राजभवन के खुले मैदान में शपथ ग्रहण समारोह के लिए तैयारियां शुरू कर दी गईं, जबकि पंजाब सरकार द्वारा भी इस उद्देश्य के लिए ज़रूरी तैयारियों की देख-रेख राज्य के मुख्य सचिव कर्ण अवतार सिंह स्वयं कर रहे हैं।