सीमा पर जवाबी कार्रवाई और कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियान जारी रखेगी सेना

नई दिल्ली, 20 अप्रैल (वार्ता) : सेना नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की बेवजह फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब देते हुए घाटी में अस्थिरता फैलाने की कोशिशों को विफल करने के लिए आतंकवाद रोधी अभियानों को बदस्तूर जारी रखेगी। सेना के शीर्ष कमांडरों के यहां पांच दिन से चल रहे सर्वोच्च स्तर के सम्मेलन में बदलती परिस्थितियों और ज़रूरतों के मद्देनज़र नए सिरे से रणनीति बनाई जा रही हैं जिसमें सेना की संचालन तैयारियों के साथ-साथ हर क्षेत्र में क्षमता बढ़ाने तथा स्वदेशीकरण के ज़रिए सैन्य आधुनिकीकरण पर मंथन किया जा रहा है। सेना के महानिदेशक स्टॉफ ड्यूटी लेफ्टिनेंट जनरल ए. .के. शर्मा ने कहा कि सैन्य कमांडरों ने जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पिछले कुछ समय के घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए वहां की मौजूदा स्थिति, संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाओं में बढ़ोतरी और इसका समुचित जवाब देने पर चर्चा की। सेना उकसावे की कार्रवाई का ज्यादा ताकत से जवाब देना जारी रखेगी और नियंत्रण रेखा पर अपना दबदबा बनाए रखेगी।  लेफ्टिनेंट जनरल शर्मा ने कहा कि शीर्ष कमांडरों ने घाटी की मौजूदा स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की। सम्मेलन में जम्मू कश्मीर में तैनात सशस्त्र बलों के अभियानों में बाधा पहुंचाने की घटनाओं की भी समीक्षा की। सेना क्षेत्र में शांति बहाली के लिए आतंकवाद रोधी अभियानों को प्राथमिकता के आधार पर जारी रखेगी साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि इन अभियानों में स्थानीय नागरिकों को किसी तरह का नुकसान या परेशानी न हो। मुख्यधारा से भटके स्थानीय युवकों को सामूहिक प्रयासों से वापस समाज से जोड़ने और हिंसा तथा बंदूक के जोर से मनमानी करने से रोकने की रणनीति पर भी गहन मंथन किया गया।