दिल्ली के सामने होगी गेल व पंजाब को थामने की चुनौती  

नई दिल्ली, 22 अप्रैल (भाषा): स्टेडियम से जुड़ी अड़चनों के बावजूद दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम जब अपने घरेलू मैदान फिरोजशाह कोटला पर आज यहां आईपीएल-11 का पहला मैच खेलने के लिये उतरेगी तो उसके लिए क्रिस गेल के तूफान को थामकर किंग्स इलेवन पंजाब के विजय रथ को रोकना सबसे बड़ी चुनौती होगी। कोटला के ओल्ड क्लब हाउस का मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में लंबित है और पूरी संभावना है कि मैच के दौरान स्टेडियम का यह भाग खाली पड़ा रहेगा। स्वाभाविक है कि दिल्ली को अपने घरेलू मैदान पर खेलने के बावजूद भरे हुए स्टेडियम की कमी खलेगी। दिल्ली की फ्रेंचाइजी मैचों का आयोजन किसी अन्य शहर में करवा सकती थी लेकिन उसने कोटला में ही मैच करवाने को तरजीह दी। अगर प्रदर्शन की बात करें तो दिल्ली की स्थिति सभी टीमों में दयनीय बनी हुई है। पहले पांच मैचों में से चार में उसे हार मिली और वह अंकतालिका में आठवें और निचले पायदान पर है। उसका सामना अब उस किंग्स इलेवन से है जिसका रिकार्ड दिल्ली से ठीक उलट है। उसने पांच में से चार मैच जीते हैं और वह आठ अंक के साथ शीर्ष पर काबिज है। भले ही यह मैच चोटी की और सबसे निचली पायदान पर खड़ी टीम के बीच होगा लेकिन यह किसी भी तरह से बेमेल नहीं है। पंजाब के पास अगर गेल और केएल राहुल की बेहतरीन फार्म में चल रही सलामी जोड़ी है तो दिल्ली के पास भी ऋषभ पंत और श्रेयस अय्यर जैसे युवा बल्लेबाज हैं। कप्तान गौतम गंभीर की लगातार असफलता दिल्ली के लिये चिंता का विषय है तो पंजाब के मध्यक्रम में करूण नायर को छोड़कर किसी भी अन्य बल्लेबाज को खास मौका नहीं मिला है और जब उन्हें अवसर मिला तब वे बड़ी पारी नहीं खेल पाये। इनमें युवराज सिंह और आरोन फिंच भी शामिल हैं। लेकिन गेल को थामना फिलहाल मुश्किल लग रहा है। बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अभी केवल तीन मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने एक शतक और दो अर्धशतक की मदद से 229 रन बनाये हैं। राहुल की शानदार फार्म से पंजाब की सलामी जोड़ी बेहद खतरनाक बन गयी है। राहुल ने अब तक पांच मैचों में 213 रन बनाये हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली का अपेक्षाकृत कमजोर आक्रमण इन दोनों पर कैसे लगाम लगाता है। दिल्ली का दारोमदार ट्रेंट बोल्ट पर टिका रहेगा लेकिन उसके स्पिनर अभी तक अन्य टीमों के स्पिनरों की तरह जलवा दिखाने में नाकाम रहे हैं। अगर गेल और राहुल अपनी फार्म बरकरार रखते हैं तो फिर दर्शकों का भरपूर मनोरंजन होना तय है। केकेआर को दो बार खिताब दिलाने वाले गंभीर दिल्ली की कमान संभालने के बाद कप्तानी और बल्लेबाजों दोनों में अभी तक अपना पुराना जोश और जज्बा दिखाने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने पांच मैचों में अब तक केवल 85 रन बनाये हैं जिसमें 55 रन की एक पारी भी शामिल है जो बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने पहले मैच में किंग्स इलेवन के खिलाफ ही खेली थी। पंत और अय्यर ने हालांकि पिछले मैच में रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के खिलाफ अच्छी पारियां खेली थी। टीम इन दोनों से आगे भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद करेगी। पंत ने अभी तक पांच मैचों में 223 रन बनाये हैं और एक बार फिर उन पर निगाहें टिकी रहेंगी। जैसन राय नाबाद 91 रन की एक पारी खेलने के बाद कुंद पड़ गये हैं जबकि क्रिस मौरिस और ग्लेन मैक्सवेल भी अब तक अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे हैं। पंजाब के पास कप्तान रविचंद्रन अश्विन के रूप में शातिर गेंदबाज है लेकिन उसके अन्य गेंदबाज ज्यादा अनुभवी नहीं है और दिल्ली के बल्लेबाज इसका फायदा उठा सकते हैं। इन दोनों टीमों के बीच इससे पहले मोहाली में मैच खेला गया था जिसमें पंजाब ने छह विकेट से जीत दर्ज की थी। अब देखना होगा कि दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम अपने घरेलू मैदान पर उसका बदला चुकता कर पाती है या नहीं।