कुछ घरेलू उपाय...


स्नभूख न लगे या कुछ खाने की इच्छा न होने पर अजवायन में स्वादानुसार पिसा हुआ काला नमक, चुटकी भर काली मिर्च पाउडर, पिसा पोदीना मिलाकर गर्म पानी से फंकी लेने पर अरूचि की शिकायत दूर हो जाती है।
स्नपेट में रूकी हुई गैस दूर करने के लिए दो लहसुन मुनक्का में लपेट कर भोजन के बाद चबाकर निगलने पर गैस बाहर निकल जाएगी।
स्नदानेदार मेथी की फंकी गर्म पानी से लेने पर पेट दर्द दूर हो जाता है।
स्नसुबह-शाम दो भाग दही और एक भाग शहद मिलाकर चाटने से पेट के कीड़े मर जाते हैं।
स्नसरसों के तेल की मालिश पेट पर करने से कब्ज में आराम होता है।
स्नदो लौंग गर्म पानी से लेने पर जी मिचलाना, हिचकी, मुंह का बिगड़ा स्वाद, चक्कर, उबकाई आना सब ठीक हो जाता है।
स्नअदरक के लच्छे पर नमक छिड़क कर भोजन के साथ सेवन करने पर दस्त में आराम मिलता है।
स्नपेचिश में भिंडी की सब्जी खाना लाभदायक है।
स्नताजे अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके चूसने से पुरानी नई सब तरह की हिचकी बंद हो जाती है।
स्नअदरक को घोलकर एक टुकड़ा मुख में रखकर चूसने से कफ आसानी से निकल जाता है।
स्नहफ्ते में दो बार लहसुन की 4 कली लेने पर सर्दी नहीं लगती।
स्नअजवायन को गर्म-गर्म पानी के साथ लेने पर खांसी में आराम मिलता है।
स्नभोजन में हींग का प्रयोग अवश्य ही करें। दुर्बल हृदय को शक्ति मिलती है। रक्त संचार सरलता से होता है।
स्नदिल के दौरे पड़ने की संभावना होने पर 5 कलियां लहसुन तुरंत चबाकर निगल लें। दौरा पड़ने के चांस निर्मूल सिद्ध होते हैं फिर लहसुन को दूध में उबाल कर लेते रहना चाहिए। (स्वास्थ्य दर्पण)
-अलका अमरीश चौधरी