जनरल समाज ने 24 घंटे के बाद रोष धरना किया खत्म

फगवाड़ा, 25 अप्रैल (प्रिथीपाल सिंह बोला/विजय छाबड़ा) : मंगलवार दोपहर जनरल समाज द्वारा एक तरफा पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुरु किया गया रोष धरना लगातार 24 घंटे तक जारी रहने के बाद बुधवार बाद दोपहर समाप्त हो गया। फगवाड़ा के बंगा रोड पर पुराने डाकखाने नजदीक लगाए गए रोष धरने में हजारों की संख्या में समाज के लोगों ने हिस्सा लिया व 13 अप्रैल देरसांय फगवाड़ा जी.टी. रोड पर दो समुदायों में हुए झगड़े में एक तरफा पुलिस कार्रवाई की जोरदार निंदा करते हुए पुलिस प्रशासन व सरकार को अपने तीखे तेवर व समाज की एकता दिखाई। जनरल समाज के आह्वान पर फगवाड़ा शहर पूरी तरह बंद रहा लोगों ने अपनी इच्छा से दुकानें व कारोबार बंद रख अपनी एकता दिखाई। शहर में ज्यादातर दवाईयों की दुकानें व स्कूल भी बंद रहे। बाद दोपहर पुलिस व प्रशासन के उच्चाधिकारियों के आश्वासन के बाद धरना खत्म करने का ऐलान किया गया व बाजार खुले गए। एस.पी. फगवाड़ा ने खुद लोगों के साथ जाकर बासां वाले बाजार में मुन्नी की किताबों की दुकान सबसे पहले खुलवाई। जिससे मंगलवार पूरा मामला शुरु हुआ था। जनरल समाज के रोष धरने में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। फगवाड़ा के विधायक सोम प्रकाश कैंथ ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि 13 अप्रैल को शहर का माहौल बिगाड़ने में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों का नरम रवैया जिम्मेदार है व कुछ दूसरे जिलों के नेता फगवाड़ा में पहुंच कर माहौल को बिगाड़ रहे हैं। धरने को पूर्व मार्कफैड चेयरमैन जरनैल सिंह वाहद, एस.जी.पी.सी. सदस्य सर्वण सिंह कुलार, मेयर अरुण खोसला, संजीव कुमार बुग्गा पार्षद, अवतार सिंह मंड, नरेश भारद्वाज, कुसुम शर्मा, जनरल समाज मंच पंजाब प्रधान फतेह सिंह, एडवोकेट विजय शर्मा, सतबीर सिंह वालिया साहबी, रकेश दुग्गल, संजू चाहल के अतिरिक्त अन्य लोगों ने संबोधित किया व 13 अप्रैल को हुई घटना में नामजद जरनैल नंगल, हरभजन सुमन व उनके साथियों की गिरफ्तारी की मांग की व जनरल समाज के जो निर्दोष लोग मामले में नामजद किए गए हैं। उनके मामले भी उसी तरह खारिज किए जाए जैसे दलित लोगों के किए गए हैं व पेपर चौंक का नाम शहीद-ए-आजम भगत सिंह के नाम पर रखे जाने की मांग की। बुधवार दोपहर के समय जनरल समाज के आधे दर्जन से अधिक नेताओं के साथ आई.जी. जालंधर जोन नौनिहाल सिंह, जिलाधीश मोहम्मद तैय्यब व एस.एस.पी. संदीप शर्मा ने बैठक की व मामलें में नामजद कुछ निर्दोष लोगों के मामले रद्द करने की बात मान ली व समाज के घायल युवक जिम्मी करवल के बयान दर्ज करवाने की बात कही व सोमवार तक दूसरे पक्ष के नामजद कुछ लोग जो मामले के मुख्य सूत्रधार हैं, पर कार्रवाई का आश्वासन दिलाया। बैठक उपरांत जनरल समाज के उक्त नेताओं ने करीब 24 घंटे पहले लगाया गया रोष धरना समाप्त करने का ऐलान किया व बाद दोपहर फगवाड़ा के बाजार खुल गए।