दुनिया के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में शामिल है पटियाला

नई दिल्ली, 2 मई (उपमा डागा पारथ): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पटियाला की ‘हवा’ में सांस लेना स्वास्थ्य के रूप में महंगा पड़ सकता है। यह दावा विश्व स्वास्थ्य संस्था (डब्ल्यूएचओ) द्वारा दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की जारी सूची में किया गया है। सूची में विश्व के सबसे अधिक प्रदूषित शहरों की फेरहिसत में पटियाला 13वें स्थान पर है। डब्ल्यूएचओ द्वारा जेनेवा में जारी की गई दुनिया के 15 प्रदूषित शहरों में से 14 शहर भारत के हैं। डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की सूची में कानपुर दुनिया का सबसे अधिक प्रदूषित शहर है जबकि फरीदाबाद दूसरे स्थान पर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र वाराणसी प्रदूषण के तौर पर दुनिया में तीसरे स्थान पर है। गया व पटना चौथे व पांचवें स्थान पर आए हैं जबकि प्रदूषण के कारण सबसे अधिक चर्चित राजधानी दिल्ली छठे स्थान पर है। जिसके बाद क्रमश: लखनऊ, आगरा, मुजफ्फरनगर, श्रीनगर, गुड़गांव व जयपुर  सूची में सातवें से लेकर 12वें स्थान पर है। 13वें स्थान पर पटियाला के बाद राजस्थान का जोधपुर 14वें स्थान पर है। डब्ल्यूएचओ की ग्लोबल अर्बन एयर पोल्यूशन ने 108 देशों के 430 शहरों से पीएम 10 व पीएम 2.5 के महीम कनों से यह डाटा तैयार किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्वभर में 10 लोगों में से 9 लोग प्रदूषित हवा में सांस लेते हैं। घरेलू व बाहरी प्रदूषण के कारण दुनियाभर में 70 लाख मौतें होती हैं जिनमें से 34 फीसदी अर्थात् 24 लाख मौतें भारत में होती हैं। ये मौतें हवा में महीम कनाें के कारण फेफड़ों की बीमारी, दिल की बीमारी, कैंसर, सांस की बीमारी व निमोनिया फैलने के कारण होती हैं। माहिरों के मुताबिक भारत में वर्ष दर वर्ष बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण पराली जलाना है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि अप्रैल महीने में पर्यावरण मंत्री द्वारा प्रदूषण पर पेश की गई एक रिपोर्ट में पंजाब को देश का तीसरा सबसे अधिक प्रदूषित राज्य बताया जिसके 8 ज़िले सूची में शामिल थे।