पुलिस ने थानेदार के पुत्र की मृत्यु के रहस्य से पर्दा उठाया

जगराओं, 14 मई (अ.स.) : थानेदार के पुत्र की रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई मृत्यु के मामले में जगराओं पुलिस ने आज खुलासा किया कि मृतक जीवनजोत सिंह का कत्ल नहीं हुआ बल्कि उसकी मृत्यु नशे का टीका लगने के साथ हुई है। यहां वर्णनीय है कि लुधियाना के थाना डिवीज़न नंबर 7 में तैनात एस.एच.ओ. गुरमीत सिंह के पुत्र जीवनजोत सिंह का बीते दिनों गांव हिस्सोवाल के निकट कार में से शव मिला था। संदिग्ध हालातों में शव मिलने के बाद पुलिस द्वारा थाना सुधार में कत्ल का मुकद्दमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी थी। आज यहां पुलिस ज़िला लुधियाना (देहाती) के एस.एस.पी. सुरजीत सिंह द्वारा की गई एक प्रैस कान्फ्रैंस दौरान जहां इस मामले में मौके से शव फैंक कर फरार हुए सिपाही दविन्द्र सिंह पुत्र जसमेल सिंह निवासी बाजाखाना को गिरफ्तार करने का दावा किया, वहीं यह भी बताया कि जीवनजोत सिंह की हत्या नहीं हुई, बल्कि उसकी मृत्यु नशे का टीका लगने से हुई। ज़िला पुलिस प्रमुख ने बताया कि इस मामले का सुराग ढूंढने के लिए डी.एस.पी. अमनदीप सिंह बराड़, डी.एस.पी. जसविन्द्र सिंह और इंस्पैक्टर हरजिन्द्र सिंह की अगुवाई में एक कमेटी गठित करके कार्रवाई शुरू की गई थी, जिस दौरान पुलिस को उस समय सफलता मिली जब शव फैंक कर फरार हुआ सिपाही दविन्द्र सिंह पुलिस के हाथ आ गया। उन्होंने बताया कि सिपाही दविन्द्र सिंह ने पूछताछ दौरान खुलासा किया कि जीवनजोत सिंह व वह (सिपाही) नशे के आदी थे। आरोपी ने बताया कि उनके द्वारा एक दिन मोगे की तरफ सुनसान स्थान से नशा किया गया, जिस दौरान नशे की ज्यादा मात्रा लेने से जीवनजोत सिंह की मृत्यु हो गई, जिस पर वह घबरा गया व जीवनजोत सिंह का शव डिग्गी में डाल कर गांव हिस्सोवाल सड़क के किनारे छोड़ गया। दविन्द्र सिंह ने यह भी बताया कि जब उसके द्वारा गाड़ी खड़ी की गई तो वह शव को ड्राईवर वाली सीट पर रख गया ताकि किसी को सन्देह न हो। ज़िला पुलिस प्रमुख ने बताया कि इस मामले में दविन्द्र सिंह से और पूछताछ की जा रही है। इस मौके पर एस.पी.डी. रुपिन्द्र भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।