खैहरा की आमद पर एस.एस.पी कार्यालय समक्ष पुलिस कर्मचारियों की मारपीट

फिरोज़पुर, 14 मई (जसविन्द्र सिंह संधू): सीनियर कप्तान पुलिस फिरोज़पुर के कार्यालय समक्ष पुलिस कर्मचारियों को सरेआम पीटे जाने की घटना घटित होने के बावजूद भी जहां पुलिस मूक दर्शक बनकर खड़ी रही, वहीं अब हमलावरों विरुद्ध कार्रवाई से भागती नज़र आ रही हैं, क्योंकि हमलावरों में कांग्रेसी नेताओं का भी शामिल होना बताया जा रहा हैं। उक्त घटना तब घटित हुई जब झोक हरी हर में लोह लंगर की विवादित 26 एकड़ जमीन पर खेती करने के हक बरकरार रखने के लिए पिछले करीब 20 दिनों से काशतकार किसान परिवारों के साथ संबंधित महिलाऐं मरन वर्त पर बैठी हैं, जिनकी हालत गंभीर बनी हुई हैं, का पता लेने के लिए आज पंजाब विधान सभा विरोधी गुट आम आदमी पार्टी के लीडर सुखपाल सिंह खैहरा पहुंचे। आम आदमी पार्टी और भारतीय किसान यूनियन एकता सिधूपुर के कार्यकर्त्ता भी बड़ी संख्या में उपस्थित थें, ज्यों ही सुखपाल सिंह खैहरा पता लेकर वापिस आने लगे तो दूसरे पक्ष जो बार्डर संघर्ष कमेटी के नाम पर संघर्ष कर रहे थे, के कार्यकर्त्ता ने पहले उनको, फिर उनकी गाड़ी को घेरने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस कर्मचारियों द्वारा ऐसा करने से रोकने पर लोगों ने सरेआम पुलिस कर्मचारियों पर हमला कर उनकी मारपीट करनी शुरू कर दी। उसको छुड़वाने के लिए आगे आने वाले कर्मचारियों को भी हमलावरों ने पीटा। एस.एस.पी कार्यालय के गेट समक्ष सरेआम होता रहा गुंडागर्दी का नंगा नाच देख कर सभी दंग रह गए। हमलावरों ने पुलिस की लाठियां छीन कर पुलिस कर्मचारियों पर ही बरसानी शुरू कर दी। और तो और हमलावरों को पुलिस द्वारा मौके पर पकड़ने के बावजूद भी प्रभावशाली कांग्रेसियों ने उनको पुलिस से छुड़ा लिया। घटित घटना में मारपीट का शिकार हुए पुलिस कर्मी जहां कुछ नहीं बोले, वहीं उच्च अधिकारियों ने भी मुंह बंद ही रखा। खबर लिखे जाने तक कोई पुलिस कार्रवाई नहीं हुई। गुंडागर्दी विरुद्ध विधान सभा में मुद्दा उठाने के साथ-साथ धरने में भी होगें शामिल: खैहरा पंजाब विधान सभा विरोधी गुट आम आदमी पार्टी लीडर सुखपाल सिंह खहिरा की आमद पर विरोध करने वालों द्वारा सरेआम स्पीकर में डी.सी और एस.एस.पी कार्यालय समक्ष अपत्तिजनक शब्दों में गालीयां निकालना, रास्ता रोकना, पुलिस कर्मचारियों की मारपीट करने की घटनाओं पर सखत आपत्ति जीताते हुए सुखपाल सिंह खैहरा ने गुंडागर्दी के नंगे नाच की सख्त शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि पुलिस को कुछ न जानने कानून की धज्जियां उड़ाने वाले यह सभी कांग्रेसी हैं, जिनको पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्द्र सिंह की शह हैं।